गुमला : चैनपुर प्रखंड 20 सूत्री (Twenty Point) के सभी सदस्यों द्वारा शनिवार को बुलाई गई 20 सूत्री की बैठक का सर्वसम्मति से बहिष्कार (BoyCott) कर दिया गया।
सदस्यों ने कहा कि जब तक सभी विभाग के पदाधिकारी बैठक में आना सुनिश्चित नहीं करेंगे, तब तक वे बैठक का बहिष्कार भविष्य में भी जारी रखेंगे।
20 सूत्री के प्रखंड अध्यक्ष एफ्रेम टोप्पो (Efram Toppo) ने कहा कि प्रखंड के विभागीय कर्मचारी 20 सूत्री की बैठक को अहमियत नहीं देते हैं। यही वजह है कि वे प्रखंड में अब तक चार बैठक होने के बाद भी बैठक में आना मुनासिब नहीं समझते हैं।
महज खानापूर्ति कर 20 सूत्री की बैठक को समाप्त कर दिया जा रहा है। ऐसे में प्रखंड में संचालित सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं (Public welfare schemes) की समीक्षा वे कैसे करें, यह अपने आप में एक अहम सवाल है।
कर्मचारियों का यही रवैया रहा तो वे आगामी समय में होनेवाली बैठकों का भी बहिष्कार जारी रखेंगे
उन्होंने कहा कि प्रखंड कर्मियों और पदाधिकारियों की बैठक में नदारत रहने की लिखित शिकायत 20 सूत्री के प्रभारी मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव 20 सूत्री के जिला के उपाध्यक्ष सह गुमला विधायक Bhushan Tirkey व उपायुक्त गुमला से की जाएगी।
शनिवार को बैठक में न तो बीडीओ दिखे और न ही CO और न ही अन्य विभाग के वरीय कर्मी, जिससे 20 सूत्री के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से बैठक का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
साथ ही कहा कि यदि विभागीय कर्मचारियों (Departmental Employees) का यही रवैया रहा तो वे आगामी समय में होनेवाली बैठकों का भी बहिष्कार जारी रखेंगे।
उल्लेखनीय है कि कि 20 सूत्री की बैठक में प्रखंड कर्मी नदारद रहते हैं। 20 सूत्री कार्यान्वयन समिति गठन के पांच माह बीत गए। चार बैठक अब तक प्रखंड में हो चुकी हैं लेकिन चारों बैठक में प्रखंड कर्मी व अन्य विभाग के पदाधिकारी नदारद रहे हैं।
इस मौके पर प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष एफ्रेम टोप्पो उपाध्यक्ष कलिस्ता बरवा, बजरंग कुमार गुप्ता, शकील खान, पोलिकार खलखो, रघुनंदन प्रसाद, बिशुन उरांव, प्रमुख ओलिभा कांता कुजुर, उप प्रमुख प्रमोद खलखो, विधायक प्रतिनिधि सुशील दीपक मिंज आदि उपस्थित थे।