गुमला: गुमला में नक्सलियों ने चैनपुर प्रखंड के कुरुमगढ़ में निर्माणाधीन थान भवन के समीप बुधवार की रात 12 राउंड फायरिंग की।
गुरुवार की सुबह ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। एसपी एहतेशाम वकारीब ने घटना के सत्यापन के लिए डीएसपी को मौके पर भेजा है। इलाके में नक्सलियों की धर-पकड़ के लिए सर्च अभियान शुरू किया गया है। घटना को लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
घटना के संबंध में एसपी ने बताया कि फायरिंग की जानकारी मिली है। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। चैनपुर व कुरुमगढ़ पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है।
कुरुमगढ़ थाना से सटे जंगल में सर्च अभियान शुरू कर दिया गया है। अब तक माओवादियों से पुलिस का आमना सामना नहीं हुआ है।
करीब दो हफ्ते पहले माओवादियों ने कुरुमगढ़ स्थित निर्माणाधीन थाना को बम से उड़ा दिया था। काम कर रहे मजदूरों को वहां से खदेड़ दिया था। इसके बाद अब तक कुरुमगढ़ थाना का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है।
कुरुमगढ़ स्थित निर्माणाधीन थाना को बम से उड़ाने की घटना के दौरान ही इस बात की जानकारी पुलिस को मिल चुकी थी कि लोहरदगा और लातेहार से नक्सलियों का दस्ता गुमला पहुंच गया है।
दस्ते में करीब 200 लोगों के शामिल होने का दावा किया गया। गत 25 नवंबर को नक्सलियों ने रात करीब साढ़े बारह बजे थाना भवन को उड़ा दिया था।
घटना से पहले भवन में सो रहे सात मजदूरों को बाहर निकाल दिया था। पुलिस को घटना के छह घंटे गुजर जाने के बाद सूचना मिल सकी थी। इस मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस मुख्यालय ने एसपी से जानकारी मांगी थी।
उल्लेखनीय है कि एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस और किशन दा ऊर्फ बूढ़ा की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सलियों ने गत 25 नवंबर को गुमला में जवाबी हमला किया था।
निर्माणाधीन भवन को बम प्लांट कर उड़ाने के साथ पोस्टर लगा कर पुलिस को सीधे चुनौती भी दी थी। यह प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला की गिरफ्तारी का जवाबी हमला है।