गुमला: पुलिस अधीक्षक डा. ऐहतेशाम वकारीब के नेतृत्व में गुमला पुलिस और सीआरपीएफ के द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग व सिविक एक्शन प्लान के तहत कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र के अति नक्सल प्रभावित मरवा गांव स्थित स्कूल परिसर में एक विशेष कैम्प लगाया गया।
इस कार्यक्रम में क्षेत्र के ग्रामीणों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और पुलिस के इस प्रयास की सराहना की।
कैम्प में ग्रामीणों का स्वास्थ्य जांच, महिला,बच्चों व जरूरतमंदों के बीच धोती, कंबल, साड़ी, स्कूल बैग और खासकर रेडियो का वितरण किया गया।
गुमला के पुलिस अधीक्षक ऐहतेशाम वकारीब ने इस हेल्थ कैम्प में कई लोगों का स्वास्थ्य जांच किया। उन्हें दवाइयां दीं।
वकारीब ने कहा कि वे पुलिस की सेवा में आने के पूर्व एक डाक्टर रह चुके हैं। पूर्व में कई हेल्थ कैंप भी लगा चुके हैं। चिकित्सा का यह अनुभव इस कैम्प में काम आ रहा है।
उन्होंने कहा कि पुलिस नक्सल और उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में लगातार इस तरह के सामुदायिक पुलिसिंग के तहत स्थानीय ग्रामीणों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया जा रहा है।
पुलिस ग्रामीणों को हर तरह का सहयोग देने के लिए तत्पर और तैयार है। पुलिस को आम पब्लिक का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि यहां नक्सली कमांडर बुधेश्वर उरांव के मारे जाने के बाद हम नक्सलियों से अपील करते हैं कि वे हथियार छोड़ कर आत्मसमर्पण करे और समाज की मुख्यधारा में शामिल हो।
यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनका भी हश्र बुधेश्वर जैसा होगा। हेल्थ कैम्प के संचालन में सीआरपीएफ के चिकित्सक डा. भरनीधर और उनकी टीम की भी सराहनीय भूमिका रही।
आज यहां उत्सव का माहौल : अनिल मिंज
सीआरपीएफ 218 बटालियन के समादेष्टा अनिल मिंज ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र का मरवा, कोचागानी व केराडीह गांव काफी अरसे से नक्सल प्रभावित गांव रहा है।
यहां पुलिस भी सामान्य गतिविधियों का संचालन नहीं करती थी। मगर एक साल से पुलिस का दबदबा बढ़ा है। नक्सलियों को इस क्षेत्र से बाहर किया जा चुका है।
मिंज ने कहा कि पहले स्थानीय ग्रामीण पुलिस को देख कर छिपते थे, आज यहां उत्सव का माहौल है। यहां नेटवर्क का नहीं रहना एक गंभीर समस्या है।
पूरा इलाका नो नेटवर्क जोन में आता है। अन्य सामग्रियों के वितरण के साथ यहां ग्रामीणों को रेडियो भी दिया गया है, ताकि वे पीएम का संदेश सुने और इसका फायदा उठाएं। हेल्थ कैम्प में गंभीर मरीजों को रेफर कर अन्यत्र इलाज कराया जाएगा।
इस विशेष कैम्प में पुलिस द्वारा भोज भात का भी कार्यक्रम रखा गया। जवानों ने भोजन परोसे और गांव के सभी लोगों ने सुस्वादु भोजन का लुत्फ उठाया।
कार्यक्रम में उप समादेष्टा मृत्युंजय कुमार, हेमंत कुमार,आजाद अहमद व सुमित सोरने, पुलिस उपाधीक्षक (अभियान) मनीष कुमार, एसडीपीओ सिरिल मरांडी, कुरूमगढ़ के थाना प्रभारी नितीश कुमार आदि पदाधिकारी मौजूद थे।