गुमला : जिले के चर्चित सामूहिक हत्याकांड को लेकर कामडारा पुलिस ने एक ओझा फिरू लोहरा और भगताइन बेबी कुमारी को गिरफ्तार कर शुक्रवार को गुमला जेल भेज दिया।
पुलिस इसके पूर्व भी इस सामूहिक हत्याकांड के आठ आरोपितों को जेल भेज चुकी है।
उल्लेखनीय है कि डायन-बिसाही अंधविश्वास को लेकर 23 फरवरी की रात एक ही परिवार के पांच सदस्यों की सामूहिक हत्या कर दी गई थी।
पूरे देश में यह सामूहिक व अमानवीय हत्याकांड को हाइकोर्ट ने भी संज्ञान में लेकर डायन-बिसाही अंधविश्वास को लेकर चलाये जा रहे जागरूकता अभियान पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए व्यवस्थित तरीके से अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
बसिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विकास आनंद लागुरी ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि इस सामूहिक हत्याकांड की पृष्ठभूमि में डायन-बिसाही का अंधविश्वास है।
पुलिस के अनुसंधान में यह बात सामने आई कि हत्या के पूर्व ग्रामीणों ने ओझा व भगताईन से मुलाकात की थी। इन्होंने ग्रामीणों को बताया था कि कि गांव खराब हो गया है और गांव को बिगाड़ने मे गांव के ही तीन-चार लोगों का हाथ है।
इसके अलावे गांव को बिगाड़ने में गांव का पहान मथुरा तोपनो का भी हाथ है।
वहीं खूंटी के भगताईन बेबी कुमारी के द्वारा गांव सुधारने के लिये ग्रामीणों से कुछ सामान लाने की बात बताई गई और उसने अपना फीस 25,000 रुपये बताया।