गुमला: जिले के विभिन्न प्रखंडों से आये टाना भगतों ने पारम्परिक स्वशासन व्यवस्था को बनाए रखने तथा प्रस्तावित पंचायत चुनाव को रद्द कराने की मांग को लेकर एक विशाल रैली निकाली।
टाना भगत विकास परिषद के बैनर तले निकाली गई यह रैली नगर के प्रमुख मार्गों का परिभ्रमण करते हुए कचहरी परिसर स्थित हड़ताली पेड़ के पास पहुंच कर एक सभा के रूप में परिवर्तित हो गयी।
विभिन्न वक्ताओं ने इस सभा को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड के 15 जिलों में पांचवी अनुसूची के तहत पंचायत चुनाव कराना पूरी तरीके से असंवैधानिक है।
पांचवीं सूची में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि इन जिलों में शासन प्रशासन को नियंत्रण करने का अधिकार आदिवासी समुदाय को ही है। ऐसे में पंचायत चुनाव कराकर सरकार पांचवी अनुसूची द्वारा प्रदत प्रावधानों का उल्लंघन कर रही है।
समुदाय के लोगों ने पंचायत चुनाव को रद्द करते हुए आदिवासियों को ग्राम पंचायत के विकास का पूरा अधिकार देने की आवाज बुलंद की। साथ ही कहा कि झारखंड राज्य का निर्माण ही आदिवासियों के विकास के लिए किया गया था ।
पूर्व में हुए पंचायत चुनाव का लाभ आदिवासियों को नहीं मिल पाया है। वक्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं की गई तो आंदोलन को और बृहद रूप दिया जाएगा।
रैली में गुमला मुख्यालय के अलावा सभी प्रखंडों से बड़ी संख्या में टाना भगत सहित आदिवासी समुदाय के लोग शामिल हुए। सभी लोगों ने पंचायत चुनाव रद्द कराने व पारम्परिक स्वशासन व्यवस्था को लागू करने से संबंधित नारे लगाए।