गुमला: परिजनों द्वारा घाघरा आने में अपनी असमर्थता जताये जाने के बाद कृषि वैज्ञानिक लोकेश पुत्ता स्वामी और मत्स्य पालन विशेषज्ञ मडिला देवादासु के शवों को पुरे सम्मान के साथ केला बागान के पास ही कांग्रेसी नेता शिव कुमार भगत उर्फ टूनटून की जमीन पर दफना दिया गया।
उल्लेखनीय है कि दोनों की 23 अगस्त की मध्य रात्रि अज्ञात अपराधियों द्वारा गला रेत कर निर्मम हत्या कर दी गई थी। घटना की सूचना दोनो के परिजनों को दे दी गई थी।
परिजनों के आने के इंतजार में पोस्टमार्टम के बाद दोनो का शव पोस्टमार्टम रूम में ही रखा गया था।
मगर दोनो के परिजनों ने गुमला आने में अपनी असमर्थता जताये जाने के बाद शिव कुमार भगत ने केला बागान के पास अपनी जमीन पर दोनो शवों को दफनाने का निर्णय लिया।
पुलिस बल की उपस्थिति में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शिवकुमार भगत ने पंडित संजय देवघरिया के बताए अनुसार उन्हें अंतिम विदाई दी गयी।
शिवकुमार भगत द्वारा ताबुत में रखे शव के ऊपर कफन के कपड़े देने एवं पंडित द्वारा कर्मकांड संपन्न कराए जाने के बाद दोनों पार्थिव शरीर पर मिट्टी दी। इस क्रम में दर्जनों लोगों ने नम आंखों से मिट्टी देकर दोनों को अंतिम विदाई दी।
धारदार हथियार से की गई थी हत्या
गौरतलब है कि कर्नाटक से करीब 15 वर्ष पूर्व घाघरा आये कृषि वैज्ञानिक लोकेश पुत्ता स्वामी एवं आंध्रप्रदेश निवासी फिशरी एक्सपर्ट मडिला देवादासु की हत्या अज्ञात लोगों ने गत सोमवार को केला बगान स्थित उनके आवास में धारदार हथियार से कर दी थी।
पोस्टमार्टम के बाद नियमानुसार परिजनों के आने का 72 घंटे तक इंतजार किया गया।
उनके नहीं आने पर अंततः दोनो का अंतिम संस्कार कर दिया गया। लोकेश एवं मडिला के अंतिम संस्कार में अगस्तीन महेश कुजूर, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष अरुण कुमार पांडेय, अनिरुद्ध चौबे सहित काफी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए ।