New Election Commissioner appointed: ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू को देश का अगला चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है।
चुनाव आयोग की तरफ से इन दो नामों की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को Media को इस फैसले के बारे में जानकारी दी और इस फैसले पर अपनी असहमति जताई।
बैठक से बाहर निकलकर मीडिया से मुखातिब होते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के नाम पर चयन समिति ने मुहर लगा दी है।
सरकार अपने बहुमत की वजह से अपने पंसदीदा नाम का चयन
चुनाव आयुक्त के चयन के लिए चयन समिति की बैठक के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “उनके (सरकार) पास (चुनाव आयुक्त की नियुक्ति करने वाली समिति में) बहुमत है।
उन्होंने मुझे बुधवार की देर रात पहले 212 नाम दिए थे, लेकिन बैठक के दौरान नियुक्ति से 10 मिनट पहले सिर्फ छह नाम दिए गए।
मुझे जानकारी है कि CJI वहां नहीं हैं। सरकार ने ऐसा कानून बनाया है कि CJI बाहर रहे और वहां अंदर बैठकर सरकार अपने बहुमत की वजह से अपने पंसदीदा नाम का चयन कर सके।”
CJI की जगह एक केंद्रीय मंत्री को किया शामिल
बता दें कि दोनों नौकरशाहों को चुनाव आयुक्त बनाने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत पैनल ने लिया है।
PM मोदी के अलावा इस पैनल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी भी थे। अधीर रंजन चौधरी ने चयन समिति में CJI की जगह एक केंद्रीय मंत्री को शामिल करने वाले कानून को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि इस समिति में भारत के chief Justice को भी शामिल होना चाहिए था। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जिस पैनल ने चुनाव आयुक्त का नाम तय किया गया है, उसमें सरकार बहुमत में है। ऐसे में वह जो चाहते हैं वही फैसला होता है।