Haldwani Violence: हिंसा (Violence) की स्थिति वास्तव में स्थानीय लोगों के जीवन के लिए बड़ी परेशानी बन जाती है। चाहे इसके कारण जो भी हों।
8 फरवरी को पुलिस, प्रशासन और नगर निगम (Municipal council) की टीम मलिक का बगीचा यानी सरकारी जमीन पर बने मदरसे और नमाजस्थल को तोड़ने के लिए गई थी। इस दौरान उपद्रवियों की भारी भीड़ ने चारों तरफ से पथराव कर दिया था।
पुलिस, नगर निगम और मीडियाकर्मियों पर हमले हुए थे। इसके बाद बनभूलपुरा (Banbhulpura) थाने पर पेट्रोल बम बरसाए गए। जगह-जगह आगजनी की गई।
कार्रवाई के बाद किसी तरह सब लोग यहां से बाहर निकले। बनभूलपुरा के उपद्रवियों पर खाकी की दोहरी मार पड़ रही है। गिरफ्तार (Arrest) हुए तो जेल और चकमा देने की कोशिश करने पर घरों की कुर्की। शनिवार को पुलिस दोबारा अब्दुल मलिक और बेटे मोईद के घर कुर्की के लिए पहुंची थी।
इसके बाद वांछित सूची में शामिल तीन और आरोपितों के घर पहुंच सारा सामान जब्त किया, जिसके बाद वाहनों में भर सुरक्षित जगह रख दिया। एक प्रशासनिक अधिकारी ने पुष्टि कर बताया कि मलिक के बगीचे में भी इनके घरों का सामान रखा गया है।
SSP प्रह्लाद नारायण मीणा (SSP Prahlad Narayan Meena) ने बताया कि शनिवार को पुलिस टीम दोबारा इन दोनों के घर पहुंची और बचे सामान को भी गाड़ियों में भरा, जबकि दूसरी टीम वसीम उर्फ हप्पा, रईस उर्फ दत्तू और तस्लीम के घर पहुंची। इनके घरों में भी कुर्की की कार्रवाई कर सारा सामान जब्त कर लिया गया।
पुलिस ने नौ लोगों को वांछित करार कर न्यायालय से कुर्की आदेश हासिल किए थे। पांच लोगों के घरों की कुर्की हो चुकी है। जबकि तीन लोग गिरफ्तार कर लिए गए। अभी एक वांछित फरार है। इसका नाम Ayaz Ahmed है। पुलिस अब इसके घर कुर्की की कार्रवाई करेगी।