US Presidential Election: भारतीय मूल की अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Election) में रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party) की उम्मीदवारी के लिए दावेदारी कर रही निक्की हेली (Nikki Haley) ने अमेरिकी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत America का साझेदार बनना चाहता है लेकिन कम भरोसे के कारण वह अपनी जरूरतों के लिए वह रूस से निकटता बनाए हुए है।
भारतीय मूल की भाविनी पटेल (Bhavini Patel) और क्रिस्टल कौल (Crystal Kaul) को भी अमेरिकी राजनीति में सक्रिय होते देखा जा सकता है।
रिपब्लिंकन पार्टी में घमासान
Republican Party की राष्ष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के लिए निक्की हेली पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के सामने डटकर खड़ी हैं।
हालांकि आयोवा, New Hampshire की पराजय के बाद नेवादा में भी शर्मनाक हार के बाद उन्होंने अपना ध्यान अब California Primary के लिए केंद्रित कर दिया है। वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी में प्रत्याशी के लिए जो बाइडन के सामने कोई खास नहीं चुनौती हैं, लेकिन Republican पार्टी में घमासान है।
नेवादा में हेली को लगा तगड़ा झटका
नेवादा में हेली को तगड़ा झटका लगा है, लेकिन उन्होंने कहा है कि वह दौड़ से हटने वाली नहीं हैं। Los Angeles में उन्होंने इंडोर रैली में अपने समर्थकों से कहा कि वह कहीं नहीं जा रहीं। हेली ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत बेहतर समन्वय से रूस से संबंध बनाए हुए है।
उन्होंने कहा कि मेरी PM Modi से बात हुई है। भारत अमेरिका का साझेदार बनना चाहता है न कि रूस का। वहीं, ट्रंप ने अपने समर्थकों से कहा कि नेवादा प्राइमरी चुनाव को नजरअंदाज कर दीजिए, जनता ने हेली को शर्मनाक हार का मजा चखा दिया है।
दूसरी ओर, Democratic Party की उम्मीदवारी की दौड़ से लेखिका व अध्यात्मिक गुरु Marianne Williamson हट गई हैं।
उन्होंने बुधवार को इसका एलान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि मैं प्रत्याशी बनने के लिए जो बाइडन को चुनौती दूं या सम्मानपूर्वक दौड़ से बाहर हो जाऊं। लेकिन मैंने अभियान रोकने का निश्चय कर लिया है। इस प्रकार बाइडन के सामने अब ज्ञात दावेदारों में केवल Deal Philips बचे हैं।
भाविनी ने अपने अभियान के दौरान 3,10,000 डॉलर चंदा जुटाए
India on Wheels नाम से फूड ट्रक संचालित करने में अपनी मां की मदद करने वाली भारतवंशी भाविनी पटेल प्रतिनिधि सभा का चुनाव लड़ रही हैं। गुजराती मूल की 30 वर्षीया भाविनी पेन्सिलवेनिया के 12वें क्रांगेसनल डिस्ट्रक्ट से डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी के लिए दावा पेश कर रही हैं। भाविनी ने अपने अभियान के दौरान 3,10,000 डॉलर चंदा जुटाए हैं।
इसी प्रकार एक और भारतवंशी क्रिस्टल कौल वर्जीनिया के 10वें Congressional जिले से डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी के लिए चुनौती पेश कर रही हैं। यह चुनाव लड़ने वाली वह पहली कश्मीरी महिला हैं। उन्होंने अभियान के दौरान 5,67,000 डालर चंदा जुटाए हैं। वह एक पूर्व अमेरिकी सेना अधिकारी और विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ हैं।