नई दिल्ली: दिल्ली का गाजीपुर बॉर्डर इनदिनों फिर सियासत के केंद्र में हैं। गुरुवार को विपक्षी नेताओं का एक दस्ता वहां पहुंचा।
इसमें शामिल 8 राजनीतिक दलों के सांसदों ने हालात का जायजा लिया।
गाजीपुर पहुंचे सभी विपक्षी सांसद, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मिलकर उन्हें पूरा हाल बताएंगे।
विपक्ष के सांसदों की टीम में अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, डीएमके सांसद कनिमोझी, टीएमसी सांसद सौगत रॉय शामिल रहे। इन सांसदों को दिल्ली पुलिस ने धरना स्थल से पहले ही रोक दिया था।
इस मौके पर अकाली दल से सांसद हरसिमरत कौर ने कहा कि यहां 3 किलोमीटर तक बैरिकेडिंग लगी हुई हैं, 13 लेवल की बैरिकेडिंग की गई है, इतना हिंदुस्तान के अंदर पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं है, हमें संसद में भी मुद्दे को उठाने का मौका नहीं दिया जा रहा है।
एक तरफ सांसदों को बैरिकेड की दूसरी तरफ यानी दिल्ली की साइड में रोक दिया गया था, दूसरी तरफ यानी गाजियाबाद की ओर लोहे के कीलों की इन पट्टियों को हटाने का सिलसिला शुरू हुआ।
सिर्फ एक ही कर्मचारी सभी को हटा रहा था।
आदमी ने बताया कि मैं एक दुकान से आया हूं, मुझे कहा गया है कि इन कीलों को यहां से हटा दिया जाए, लेकिन मुझे यह नहीं पता कि आखिरकार किसके आदेश पर इसे हटाया जा रहा है।
तब तक वहां आसपास के किसान भी इकट्ठा होने लगे, जो पहले ही इससे नाखुश थे कि उन्हें रोकने के लिए इसतरह की सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
तकरीबन आधे घंटे तक चले इस पूरी प्रक्रिया के बाद कीलो की लगी पट्टियां तो हटा ही दी गई है।