मेरठ: उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से धान खरीद पर प्रतिबंध लगाने के हरियाणा सरकार के आदेश के खिलाफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान आक्रोशित हैं। किसानों ने कहा कि वे अपने प्रयास जारी रखेंगे क्योंकि वे दशकों से हरियाणा की करनाल मंडी में अपनी फसल बेच रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा पुलिस ने बिडोली बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी है। सभी यात्रियों को गुजरने की इजाजत है लेकिन पिछले 10 दिनों से सिर्फ ट्रैक्टर-ट्रॉली वाले किसानों को ही रोका जा रहा है।
बीकेयू के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मास्टर जाहिद ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने सीमा पर बैरिकेड्स लगा रखे हैं और सिर्फ किसानों को रोका जा रहा है।
हम करनाल मंडी में दशकों से अपनी फसल बेच रहे हैं और अब वे हमें रोक रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकारों को सीमाओं पर अस्थायी अनाज मंडियां स्थापित करनी चाहिए ताकि किसान हर मौसम में अपनी फसल बेच सकें और मंडियों में किसानों के प्रवेश पर प्रतिबंध तुरंत हटा दिया जाए।
हरियाणा पुलिस के अधिकारी उत्तर प्रदेश के किसानों से सीमावर्ती इलाकों में उनके द्वारा लगाए गए नाकेबंदी को हटाने का अनुरोध करते रहे हैं।
उनका दावा है कि उन्होंने धान किसानों को हरियाणा में प्रवेश नहीं करने देने के लिए राज्य सरकार ने लिखित आदेश दिए हैं।
पुलिस कर्मियों ने कहा कि ऐसा नहीं है कि सभी धान की फसलों को प्रवेश से वंचित किया जा रहा है। हम बासमती और अन्य समृद्ध किस्मों वाले किसानों को सीमा से गुजरने दे रहे हैं।