हजारीबाग: केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के समर्थन में विपक्षी दलों ने शनिवार को राज्य के सभी प्रखंडों व जिला मुख्यालयों पर धरना देने का निर्णय लिया है।
दस दिसंबर को पूरे राज्य में चक्का जाम किया जाएगा। इसकी जानकारी शुक्रवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने दी।
उन्होंने कहा कि पिछले दो दिसंबर को रांची में वामपंथी दलों एवं अन्य विपक्षी दल कांग्रेस, राजद, झामुमो की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया था।
इसी के आलोक में हजारीबाग में भी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक निजाम अंसारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में न केवल पांच दिसंबर को हजारीबाग में केंद्र सरकार का पुतला दहन करने का निर्णय लिया गया, बल्कि दस दिसंबर के चक्का जाम को लेकर रणनीति भी बनी।
मेहता ने कहा कि नौ दिसंबर को पूरे राज्य में मशाल जुलूस निकाला जाएगा। हजारीबाग में दस दिसंबर को बरही में जीटी रोड जाम किया जाएगा।
साथ ही जगह जगह एनएच-100, एनएच-33 भी जाम किया जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार से तीनों किसान कानूनों को वापस लेने की मांग की। साथ ही इस मुद्दे पर संसद का विशेष सत्र आहूत करने की भी मांग की।