कोडरमा: जिले के नवलशाही थाना क्षेत्र के सुदूरवर्ती पंचायत डगरनवां के ग्राम कटियो मे पंद्रह दिन पूर्व झाड़ी में लावारिस हालत में मिली नवजात बच्ची के माता-पिता का पता चल गया है।
कटियो गांव की ही सत्रह वर्षीय नाबालिग युवती ने उस बच्ची के मां होने की बात स्वीकारी है। युवती ने गांव के ही एक युवक वीरेंद्र पंडित को उक्त बच्ची का पिता बताया है।
एक साल से शादी का प्रलोभन देकर लगातार उसका यौन शोषण कर रहा
नाबालिग युवती ने युवक पर शादी का प्रलोभन देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाया है।
मामले को लेकर नाबालिग ने नवलशाही थाना मे आवेदन देकर मामला दर्ज कराया है।
दिए आवेदन मे बताया है कि गांव का ही वीरेंद्र पंडित पुत्र राजू पंडित पिछले एक साल से शादी का प्रलोभन देकर लगातार उसका यौन शोषण कर रहा था, जिससे वो गर्भवती हो गयी।
गर्भवती होने के बाद उसने ये बात अपने माता-पिता को बताई तो उसके पिता वीरेंद्र पंडित के घर पूछने गए तो उन्हे चुप रहने की बात कह कर वापस लौटा दिया।
घर आया और बच्ची को उठा कर लेकर चला गया
उस वक्त वो प्रसव पीड़ा मे थी, फिर उसने एक बच्ची को जन्म दिया। उसी समय वीरेंद्र पंडित घर आया और बच्ची को उठा कर लेकर चला गया।
साथ ही उसने धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो सब को जान से मार दूंगा। इस भय से घर के सभी लोग चुप रहे।
बाद मे पता चला कि बाल कल्याण समिति के लोग बच्चा को लेकर चले गए हैं। इसी बीच 9 सितंबर को गांव मे पंचायत हुई जिसमे उसके पिता को इस मामले को दबाने का दबाव बनाया गया तथा उनपर आर्थिक जुर्माना भी किया गया।
युवक का पिता राजू पंडित एक दबंग व्यक्ति है
आवेदन में बताया गया है कि युवक का पिता राजू पंडित एक दबंग व्यक्ति है। वहीं गांव के ही खूबलाल पंडित, संजय पंडित भी उसे जान से मारने कि धमकी दे रहें है।
फिलहाल नवलशाही थाना प्रभारी इकबाल हुसैन ने आवेदन के आलोक मे मामला दर्ज कर लिया है तथा गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी युवक को हजारीबाग से गिरफ्तार कर लिया है।
मामले को दबाने का दबाव बनाया
युवती के पिता ने बताया कि गांव के लोग पंचायत कर इस मामले को दबाने का दबाव बनाया तथा उसे ही दोषी बताकर 16 हजार रुपये का आर्थिक जुर्माना भी कर दिया।
अब वो जब मामले को लेकर थाना पंहुचे तो युवक के परिजन फोन कर उसे जान से मारने कि धमकी दे रहें हैं, जिस भय से उनका परिवार बीती रात से थाना मे ही शरण लिए हुए है।
उल्लेखनीय है कि पांच सितंबर को कटियो गांव मे एक नवजात बच्ची लावारिस हालत में झाड़ी में पड़ी मिली थी, जिसे बाद में सीडब्लूसी की टीम अपने साथ कोडरमा ले गयी थी।