हजारीबाग: विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के विष्णुगढ़ गोमिया मार्ग स्थित बोरवा पानी पुल के पास एक आदिवासी महिला का शव पुलिस ने रविवार को बरामद किया।
मृतका के पति ने पुलिस के समक्ष बयान दिया है कि तीन अज्ञात अपराधी मेरी पत्नी काे अगवा कर जंगल में ले गए और वहां दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या कर दी।
इसके बाद शव को नाला में छुपा कर तीनों अपराधी फरार हो गए। इस संबंध में विष्णुगढ़ थाना प्रभारी जगलाल मुंडा ने बताया कि पूरे मामले को लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है।
पति ने बताया कि भतीजे से सूचना पाकर मैं गांव वालों के साथ बोरवा पानी जंगल पहुंचा।
रात लगभग 8ः30 बजे एक नाला में लेटा हुआ पत्नी का शव पाया। नाक तथा कनपटी से खून निकल रहा था।
शरीर में कई जगह खरोंच के निशान भी थे।
क्या है मामला
दिए गए बयान में कहा गया है कि 18 सितंबर की दोपहर लगभग 45 वर्षीय मेरी पत्नी गांव की अन्य महिलाओं एवं पुरुषों के साथ कर्मा का डाल विसर्जन करने पुल के पास गई थी।
उनके साथ मेरा भतीजा भी गया था। लेकिन, शाम हो जाने पर भी मेरी पत्नी वापस नहीं आई, इसी बीच हमारा भतीजा घबराते हुए आया बताया कि शाम के समय बोरवा पानी पुल के पास जैसे ही पहुंचे कि गोमिया की ओर से एक बाइक पर सवार तीन व्यक्ति आकर रुक गए और चाकू निकालकर हमें सटा दिया।
कहने लगे कि तुम यहां से तुरंत निकल जाओ नहीं तो जान से मार देंगे। इसके बाद बाइक सवार दो व्यक्ति हाथ-पांव पकड़कर चाची को कंधे पर उठाकर बोरवा पानी जंगल में घुस गए।
इसके बाद मैं किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागकर घर आया हूं।
कहा बाइक सवार लोग सांवले रंग के थे, जिनकी उम्र लगभग 30 से 35 साल के बीच होगी और हिंदी में बातें कर रहे थे। उन्हें हम नहीं पहचान पाए।