हजारीबाग: गोविंदपुर हेदलाग गांव में 20 दिनों के अंदर आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी। जबकि बुजुर्ग को शामिल किया जाय तो यह संख्या और बढ़ जायेगी।
गांव मे असमय मौत होने के बाद ग्रामीण डरे सहमे हुए है। यही कारण है कि गांव में दिनभर सन्नाटा छाया रहता है।
इसके बावजूद हेदलाग गांव में कोरोना जांच शिविर और टीकाकरण का विशेष कैंप का आयोजन नहीं किया गया है।
लगातार हो रही लोगों की मौत से गांव के लोग दहशत में हैं।
यहां तीन दिन पहले नौ मई को पुत्र के निधन के पांच घंटे के बाद मां की मौत हो गई थी।
दोनों का इलाज हजारीबाग मे चल रहा था। पुत्र मुकेश कुमार 26 वर्ष जिसका इलाज प्राईवेट नर्सिंग होम मे हो रहा था जबकि मां का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा था।
मुकेश की मौत सुबह तीन बजे हुई जबकि मां की मौत पांच घंटे बाद हो गई।
घटना के बाद पुत्र का अंतिम संस्कार पैतृक गांव हेदलाग श्मशान घाट में किया गया।
वहीं मां का अंतिम संस्कार कोरोना गाइडलाइन के तहत हजारीबाग कोनार पुल के पास किया गया। बताया जाता है कि मुकेश की शादी तीन साल पहले हुई थी। उसका कोई वारिस नहीं है।