हजारीबाग: प्रेमिका से मिलने उसके गांव पहुंचे दूसरी जाति के युवक को युवती के घरवालों ने बंधक बना लिया। बाद में ग्रामीणों और लोहसिंघना थाना की पुलिस के हस्तक्षेप से शनिवार को उन दोनों की मंदिर में शादी करा दी गयी।
घटना मंडई खुर्द गांव की है और इस प्रेमी जोड़े का अंतरजातीय विवाह गांव के ही शिव मंदिर में संपन्न हुआ।
पांच साल से रह रहे थे लिव इन रिलेशन में
बताया जा रहा है कि बाड़म बाजार निवासी प्रेमी रूपेश शिवशंकर गुप्ता और मंडई खुर्द निवासी गीता कुमारी टाटा मोटर्स के शोरूम में एक साथ काम करते थे। यहीं दोनों के बीच दोस्ती हुई और बाद में उनकी यह दोस्ती प्यार में बदल गयी।
इसके बाद दोनों पांच साल तक लिव इन रिलेशन में रहे। आरोप है कि इस दौरान गीता गर्भवती भी हुई, लेकिन उसके प्रेमी रूपेश ने उसका जबरन गर्भपात करा दिया था।
युवती शादी का दबाव बना रही, लेकिन रूपेश उससे शादी करने से इनकार कर रहा था। इसे लेकर गीता के परिजनों और रूपेश के बीच विवाद हो गया था।
इधर, शुक्रवार की रात रूपेश अपनी प्रेमिका गीता से मिलने उसके गांव मंडई खुर्द गया। इसी बीच युवती के परिजनों ने रूपेश को बंधक बनाकर कमरे में बंद कर दिया।
मामला लोहसिंघना थाना पहुंचा, जिसके बाद पुलिस और ग्रामीणों की पहल पर रूपेश और गीता, दोनों के परिवारवालों की सहमति से दोनों की शिव मंदिर में शादी करा दी गयी।
वहीं, गीता ने रूपेश के खिलाफ जो शिकायत की थी, उसे उसने वापस ले लिया। इन दोनों के इस अंतरजातीय विवाह में ग्रामीणों की अहम भूमिका रही।