हजारीबाग : मेडिकल छात्रा की हत्या मामले में तीन जिले की पुलिस 17 टीम बनाकर जांच कर रही है। हजारीबाग के अलावा रामगढ़ और रांची पुलिस पूरे मामले की गुत्थी सुलझाने में लगी है।
अबतक प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्र अजीत नामक एसी बस से सीधे रांची उतरी।
उसके उतरने के स्थान को लेकर चालक व उपचालक निश्चित नहीं बता पा रहा है।
पूरे मामले में रांची पुलिस रांची रिंग रोड अपोलो अस्पताल के समीप, बूटी मोड़ और कांके रोड में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच कर रही है।
डीआइजी हजारीबाग एवी होमकर पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं और तीन जिलों के टीम के साथ मिलकर गुत्थी को सुलझाने जुटी है।
गायब सिम का सीडीआर देगा सुराग
पुलिस मानकर चल रही है कि पूरी घटना सुनियोजित है। इसे प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया है।
पुलिस उस सिम व उसके नंबर को तलाश रही है, जो छात्र के दूसरे मोबाइल में था।
6 बजे के बाद मेन गेट बंद कर दिया जाता है
शेख बिहारी मेडिकल कॉलेज हजारीबाग के प्राचार्य डॉक्टर एस के सिंह ने कहा कि कालेज में अनुशासन लागू है।
कोई भी छात्र-छात्रएं परिसर के अंदर कदाचार करते हैं तो उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाती है।
सभी छात्र-छात्रएं बालिग हैं, इसलिए उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता को नहीं रोका जा सकता।
छात्र मेडिकल कालेज परिसर से सुबह स्वस्थ एवं जीवित निकली है।
इस बात का प्रमाण गेट में लगे सीसीटीवी फुटेज से हो रहा है।
उन्होंने कहा कि शाम 6 बजे तक कोई भी छात्र-छात्रएं वापस नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ कालेज अनुशासनात्मक कार्रवाई करती है।
6 बजे के बाद मेन गेट बंद कर दिया जाता है, उसके बाद प्रवेश की अनुमति नहीं है। घटना के बाद से कालेज सख्त हो गया है।