हजारीबाग: सांसद जयंत सिन्हा शनिवार को सदर प्रखंड के गुरहेत पंचायत स्थित बहोरनपुर खुदाई स्थल पहुंचे। उन्होंने भारतीय पुरातत्व विभाग के जरिए की जा रही खुदाई का अवलोकन किया।
साथ ही वहां से प्राप्त महात्मा बुद्ध के विभिन्न मुद्राओं की प्रतिमाएं एवं मां तारा की प्रतिमा का अवलोकन किया।
सांसद ने वहां से प्राप्त विभिन्न अवशेषों का भी निरीक्षण किया। साथ ही चल रहे खुदाई कार्य के बाबत भी जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि इस स्थल से काफी सुंदर, अद्भुत और अकल्पनीय प्रतिमाएं मिल रही हैं।
कोलकाता, दिल्ली और लंदन में मौजूद पुरातत्व विशेषज्ञ से जानकारी ली और पाया कि जिस प्रकार की मुद्राएं यहां मिली है, उससे यह सिद्ध होता है कि यह महत्वपूर्ण जगह रही है। बौद्ध मठ रहा है।
सिन्हा ने कहा कि यहां पूर्व में 50 एकड़ क्षेत्र में बौद्ध मठ था। कई किस्म के भवन, मंदिर यहां मौजूद रहे होंगे।
एक हजार वर्ष पुराना इस स्थल की इतने वर्षों से अब तक खुदाई नहीं होने पर भी उन्होंने आश्चर्य जताया।
साथ ही कहा कि उन्होंने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से चर्चा की है।
स्थल की खुदाई को लेकर राशि या संसाधन की जो भी जरूरत है, उसे पूरा किया जाएगा। इस स्थल का न केवल झारखंड एवं भारत में बल्कि विश्व भर में भी इसका नाम होगा।
सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जो बौद्ध सर्किट श्रावस्ती से लुंबिनी, बोधगया, बनारस का निर्माण हो रहा है, उसमें भी एक हिस्सा हजारीबाग होगा। विश्व भर से पर्यटक हजारीबाग आएंगे।
उन्होंने इस स्थल पर संग्रहालय बनवाए जाने की भी बात कही। स्थानीय निवासी भैया अभिमन्यु प्रसाद ने कहा कि हजारीबाग ही नहीं झारखंड के लोगों को भी इससे खुशी है।
बौद्ध मंदिर अवशेषों का मिलना इस स्थल को वैश्विक पहचान दिलाने वाला है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही बिहार के बोधगया, राजगीर, सारनाथ जैसे स्थलों के साथ हजारीबाग भी पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होगा।