हजारीबाग: हजारीबाग पुलिस को गुरूवार को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने सदर प्रखंड के गुरहेत पंचायत के बहोरनपुर में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा की जा रही खुदाई में प्राप्त चोरी गई दो बहुमूल्य मूर्तियों को बरामद करने में सफलता पाई है। 72 घंटे में ही दोनों मूर्तियों को पुलिस टीम ने बरामद कर लिया है।
इस संबंध में एसपी कार्तिक एस ने अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी। एसपी ने बताया कि इस मामले में अबतक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि मूर्ति चोरों का तार रांची से लेकर बिहार के बांका तक जुड़ा हुआ है।
एसपी ने बताया कि बहोरनपुर में मिल रही प्राचीन मूर्तियों की जानकारी पाकर रांची के संजय अग्रवाल, कुमार सुजीत सिंह, प्रेम शंकर सिंह उर्फ बंटू सिंह एवं बांका के नरेश राय और संजय सिंह उर्फ फुचुन ने प्राचीन मूर्तियों की चोरी करने की योजना बनाई।
पिछले तीन मार्च को ही उपरोक्त सभी हजारीबाग में ईकट्ठा हुए और बहोरनपुर जाकर उत्खनन स्थल पर मूर्तियों का अवलोकन किया। वहीं सभी ने किस मूर्ति की चोरी करनी है, इसकी योजना बनाई।
20 एवं 21 मार्च की रात योजना के अनुसार कुमार सुजीत सिंह, प्रेम शंकर सिंह उर्फ बंटू सिंह, नरेश राय एवं संजय सिंह उर्फ फुचुन हजारीबाग आए और बड़े करीने से देर रात पेचकस की सहायता से मूर्तियों को निकाल कर चोरी की घटना को अंजाम दिया।
यह भी बताया गया कि घटनास्थल से मूर्ति मोटरसाइकिल द्वारा हजारीबाग बस स्टैंड तक लाया गया और फिर वहां से रांची ले जाकर संजय अग्रवाल को प्राचीन बहुमूल्य मूर्ति सौंपी गई।
योजना बनाई गई कि मामला शांत होने के बाद संजय अग्रवाल भगवान बुद्ध की मूर्ति बेचेंगे और प्राप्त रुपए को बांटने का काम किया जाएगा।
पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए संजय अग्रवाल एवं कुमार सुजीत सिंह के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर प्रेम शंकर सिंह उर्फ बंटू एवं नरेश राय को बांका जिला के बाराहाट थाना क्षेत्र के ग्राम खिडडी से एवं धोरैया थाना क्षेत्र के ग्राम टीटीमागर से गिरफ्तार किया।
मूर्ति यतीश कुमार के रांची बूटी मोड़ के सुशीला निकेतन से बरामद किया गया। मूर्तियो के साथ ही तीन सैमसंग फोन भी बरामद किया है।
एसपी ने कहा कि अभी तक मूर्ति के मूल्य का निर्धारण नहीं हो पाया था।
पूछे पर उन्होंने कहा कि इसके अंतरराष्ट्रीय तस्कर के संलिप्तता की सूचना अभी नहीं मिली है, हालांकि अनुसंधान अभी भी जारी है।
गौरतलब है कि इस मामले को उजागर करने के लिए दो डीएसपी, 4 इंस्पेक्टर सहित करीब 25 लोगों की टीम बनाई गई थी।
महज 72 घंटे में खुदाई में प्राप्त दो बहुमूल्य मूर्तियों के बरामद होने से पुलिस प्रशासन के साथ-साथ आम जनता ने भी राहत की सांस ली है।