हजारीबाग हिंसा : पुलिस ने 4000 लोगों को कोर्ट में पेश होने का भेजा नोटिस

जो लोग तय समय पर हाजिर नहीं होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिला पुलिस ने इस घटना को गंभीर मानते हुए उपद्रवियों की पहचान का काम तेज कर दिया है

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Hazaribagh violence: बीते मंगला जुलूस के दौरान हुई हिंसा (Mangala procession violence) को लेकर पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है। 4000 लोगों को नोटिस जारी किया गया है और उन्हें SDO कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया गया है।

जो लोग तय समय पर हाजिर नहीं होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिला पुलिस ने इस घटना को गंभीर मानते हुए उपद्रवियों की पहचान का काम तेज कर दिया है।

एसपी अरविंद कुमार सिंह (SP Arvind Kumar Singh) ने कहा कि हिंसा में एक सोची-समझी साजिश की आशंका है, और ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है, जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया।

पुलिस CCTV फुटेज और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की मदद से दंगाइयों की पहचान कर रही है। कई उपद्रवी पुलिस के रडार पर हैं, और जल्द ही बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां होंगी।

पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ाई गई

रामनवमी और ईद के मद्देनजर जिला प्रशासन ने इस बार सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं। पुलिस बल के साथ-साथ 5000 से अधिक अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा।

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पूरे शहर को ड्रोन कैमरों और CCTV के जरिए मॉनिटर किया जाएगा। पुलिस बल की विशेष टीमें हर संवेदनशील इलाके पर पैनी नजर रखेंगी, ताकि किसी भी स्थिति में तत्काल कार्रवाई हो सके।

उपद्रव करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

पुलिस ने साफ कर दिया है कि यदि कोई व्यक्ति हिंसा फैलाने या माहौल बिगाड़ने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे।

प्रशासन की रणनीति केवल भीड़ नियंत्रण तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि उन तत्वों पर कार्रवाई होगी, जो जानबूझकर शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं।

भड़काऊ गानों पर सख्त रोक, नियमों का उल्लंघन किया तो होगी एफआईआर

रामनवमी और ईद (Ramnavami and Eid) के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर बड़कागांव थाना परिसर में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इसमें अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार DJ बजाने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, सामान्य स्पीकर का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन किसी भी तरह के भड़काऊ गाने पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे।

एसडीपीओ पवन कुमार (SDPO Pawan Kumar) ने कहा कि अगर कोई अखाड़ा या साउंड सिस्टम संचालक प्रतिबंधित गाने बजाता है, तो उसके खिलाफ तत्काल FIR दर्ज की जाएगी। प्रशासन ने सभी समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी गड़बड़ी की सूचना तुरंत पुलिस को देने का आग्रह किया है।

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