Hazaribagh Virendra Mahato: झारखंड (Jharkhand) के विभिन्न जिलों के लोग कमाने के लिए दूसरे राज्यों में ही नहीं, विदेश तक में जाते हैं।
इसे पलायन की संज्ञा दी जाती है और कहा जाता है कि अपने राज्य या जिले में काम की कमी होने की वजह से यह स्थिति आती है। हजारीबाग के विष्णुगढ़ (Vishnugarh) में भी यह समस्या गंभीर है।
बढ़ गई है घर की चिंता
सऊदी में फंसे मजदूरों में विष्णुगढ़ के चानो गांव के चिंतामन महतो तथा वीरेन्द्र महतो (Virendra Mahato) शामिल हैं। चिंतामन महतो की पत्नी चमेली देवी का कहना है कि जब से पति कमाने सऊदी गए हैं, एक बार भी घर में पैसा नहीं भेज पाए हैं।
इसके कारण घर के राशन पानी एवं बच्चों के फीस आदि के भुगतान में परेशानी हो रही है। उनकी पुत्री कविता कुमारी का कहना है कि पैसे के कारण मैट्रिक के परीक्षा फार्म भर नहीं पा रहे हैं। उनके फंसने की खबर से और भी चिंता बढ़ गई है।
अब विदेश से घर आने का भी पैसा नहीं
चानो निवासी विरेन्द्र महतो (Virendra Mahato) की मां झलवा देवी ने कहा कि बेटा के विदेश में फंसने की खबर से बैचेनी है। उसके पास घर आने को भी पैसा नहीं है। उन्होंने झारखंड सरकार तथा भारत सरकार से बेटे के तत्काल सकुशल घर वापसी कराने की गुहार लगाई है।