Guava Leaves : अमरूद के पतियों के सेवन से शरीर की कई बीमारियां दूर की जा सकती है, ये गुणों से भी भरपूर है।
अमरूद की कोमल पत्तियों का सेवन करने से इम्यूनिटी तो बूस्ट होती ही है साथ -साथ वजन, डायबिटीज, डायरिया जैसी परेशानी को भी दूर किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण वायरल इंफेक्शन की परेशानी को दूर करने में प्रभावी होते है।
अमरूद की पत्तियों के फायदे
कोलेस्ट्रॉल करे कम
नियमित रूप से अमरूद की पत्तियों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। इसके सेवन से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को भी कम करता है।
वायरल इंफेक्शन से करे बचाव
अमरूद की पत्तियों का सेवन वायरस संक्रमण की वजह से होने वाली सर्दी-जुकाम की परेशानी को दूर कर सकता है। इसके पत्तों से तैयार काढ़ा मौसमी बीमारियों को दूर करने में भी लाभकारी हो सकता है। नियमित रूप से अमरूद की पत्तियों को खाने से पुरानी खांसी से छुटकारा मिल सकता है।
डायबिटीज करे कंट्रोल
सुबह खाली पेट अमरूद की पत्तियों का काढ़ा नियमित रूप से पीने से डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है। यह आपके शरीर में ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में आपकी मदद करता है। साथ ही डायबिटीज में होने वाली अन्य परेशानियों जैसे- मोटापा, झड़ते बालों की समस्या को दूर कर सकता है।
बालों को करे मजबूत
अमरूद के पत्तों का रस बालों में लगाने से झड़ते बालों की परेशानी दूर हो सकती है। इसके लिए अमरूद के पत्तों का रस निकाल लें। अब इस रस को अपने बालों की जड़ों में लगाएं। करीब 10 से 15 मिनट बाद अपने बालों को धो लें। इससे झड़ते और कमजोर बालों की परेशानी दूर हो सकती है।
जानें अमरूद के पत्तों के फायदे
अमरूद के पत्ते जटिल स्टार्च को शुगर में बदलने की प्रक्रिया को रोकते हैं, इससे शरीर के वजन को घटाने में सहायता मिलती है। अमरूद के पत्ते कार्बोहाइड्रेट की गति को रोकते हैं, जो उपलब्ध यौगिक के रूप में लिवर में टूटता है और वजन घटाने में मदद करता है।
अमरूद के पत्ते डायरिया और पेचिश में काफी फायदेमंद हैं। समस्या होने पर 30 ग्राम अमरूद के पत्ते और एक मुट्ठी चावल के आटे को दो गिलास पानी में मिलाकर उबाल लें। डायरिया के इलाज के लिए इस मिश्रण को दिन में दो बार पिएं। पेचिश के इलाज के लिए, अमरूद के पत्तों और जड़ों को लेकर 90 डिग्री पर 20 मिनट के लिए उबालें। इस पानी को छानकर दिन में दो बार पीने से राहत मिलेगी।
अमरूद के पत्ते पाचन एंजाइम के उत्पादन को बढ़ाकर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं। शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल एजेंट प्रभावी ढंग से पेट के अस्तर से हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने और बैक्टीरिया से विषाक्त एंजाइमों के प्रसार को रोकने में मदद करता है।
अमरूद की पत्तियों का काढ़ा बनाने का तरीका
2 गिलास पानी में अमरूद की 4-5 पत्तियां अच्छी तरह से धो कर डाल दें। फिर गैस को जला कर इस पत्ती वाले पानी को गैस पर चढ़ा दें। धीमी आंच में इसे टैब तक उबालें जब तक पानी आधा न हो जाएं। फिर इस पानी को ठंडा होने के लिए रख दें। जब ठंडा हो जाएं तो उसे छान कर पिएं।
मसूड़ों और दांतों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होती हैं अमरूद की पत्तियां
मसूड़ों और दांतों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होती हैं अमरूद की पत्तियां। मसूड़ों के दर्द से निजात पाने के लिए अमरूद की पत्तियों को पीसकर इसमें एक से दो लौंग डालें और इसमें सेंधा नमक मिलाएं। इन सबको पानी में खूब उबालकर यदि आप गरारे करेंगे तो देखेंगे कि मसूडों की परेशानी से आराम मिल रहा है।
बाजार के माउथ वॉश से बहुत ही बेहतर है अमरूद की पत्तियों का माउथवॉश।इस माउथ वॉश से मुंह की दुर्गन्ध भी दूर होगी।
मुंह में छाले हैं तो भी अमरूद की पत्तियां है फायदेमंद
अमरूद की कोमल पत्तियों को तोड़कर उन्हें साफ करके अगर आप धीरे-धीरे चबाएंगे तो मुंह के छालों में आराम मिलेगा। इन पत्तियों को चबाकर आप निगल भी सकते हैं या थूक भी सकते हैं।
जिन लोगों को डाजेशन की समस्या है उन्हें अमरूद का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए।
डायरिया है तो अमरूद के पत्ते, अमरूद के पेड़ की छाल में आधा ग्राम सौंढ़ मिलाकर काढा बनाकर पीएं। इससे लीवर संबंधी बीमारियों से भी निजात मिलेगी।
त्वचा, बाल और स्वास्थ्य की देखभाल के लिए अमरूद की ताजी पत्तियों का रस या फिर इसकी बनी हुई चाय बहुत ही फायदेमंद होती है।
अमरूद के पत्तों में मौजूद यौगिक ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट की दर को कम करने में मदद करते हैं।
अमरूद के पत्तों से बनी चाय के सेवन से ब्लड लिपिड, ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का निम्न स्तर और अस्वस्थ ट्राइग्लिसराइड्स में सुधार करने में मदद मिलती है।
अमरूद की पत्तियों का काढ़ा बनाने का तरीका
2 गिलास पानी में अमरूद की 4-5 पत्तियां अच्छी तरह से धो कर डाल दें। फिर गैस को जला कर इस पत्ती वाले पानी को गैस पर चढ़ा दें। धीमी आंच में इसे टैब तक उबालें जब तक पानी आधा न हो जाएं। फिर इस पानी को ठंडा होने के लिए रख दें। जब ठंडा हो जाएं तो उसे छान कर पिएं।