People suffering from obesity have Higher risk of Heart attack: अपने Health के प्रति खुद जिम्मेदार होना जरूरी है। ध्यान रखिए, दस साल तक मोटापे से पीड़ित लोगों में दिल के दौरे या स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है।
बोस्टन, Massachusetts में Endocrine Society की वार्षिक बैठक में प्रस्तुत किए गए शोध में यह दावा किया गया है। शोध के अनुसार 50 वर्ष से कम आयु के लोगों में दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा अधिक है।
शोधार्थियों ने नर्सेस हेल्थ स्टडी (NHS) और हेल्थ प्रोफेशनल्स फॉलो-अप स्टडी (HPFS) के डाटा का उपयोग करके अध्ययन किया। उन्होंने खास तौर पर उन मरीजों पर ध्यान केंद्रित किया जिनका Body Mass Index 10 साल की अवधि (1990-1999) में अधिक था।
शोधकर्ताओं ने 109,259 महिलाओं और 27239 पुरुषों के डाटा का विश्लेषण किया, जिनकी औसत आयु 1990 में 48.6 वर्ष और Body Mass Index अधिक थी। उनमें से 6,862 को दिल से संबंधित बीमारी थी, 3587 को टाइप 2 डायबिटीज और 65101 धूम्रपान करते थे।
शोध के अनुसार 50 वर्ष से कम आयु की महिलाओं और 65 वर्ष से कम आयु के पुरुषों में, 10 वर्ष की अवधि में मोटापा होने से दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम में 25-60 की वृद्धि हुई।
हालांकि, 50 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं और 65 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में मोटापा दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरों में वृद्धि से जुड़ा हुआ नहीं था।
शोधकर्ताओं ने कहा है कि ये निष्कर्ष उन डॉक्टरों के लिए महत्वपूर्ण हैं जो मोटापे से पीड़ित युवाओं का इलाज करते हैं। इससे यह भी पता चलता है कि जितनी जल्दी इलाज शुरू किया जाए उतना ही बेहतर है।
शोध में शामिल Harvard Medical School के Associate Professor Alexander Turchin ने कहा कि यह अच्छी तरह से स्थापित है कि जिन लोगों का किसी भी समय अधिक वजन होता है, उन्हें दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है।
लेकिन यह पता नहीं था कि कितने समय तक मोटापे से पीड़ित रहने वालों को दिल के दौरे का खतरा हो सकता है। नए अध्ययन में इसकी पुष्टि हो गई है। इस अध्ययन की जानकारी के आधार पर लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।