लोहरदगा: डॉक्टरों (Doctors) की एक दिवसीय राज्यव्यापी हड़ताल का लोहरदगा (Lohardaga) जिला में भी प्रभाव देखने को मिला. सदर अस्पताल (Sadar Hospital) में इमरजेंसी (Emergency) छोड़कर अन्य सेवाएं ठप रहीं.
ग्रामीण क्षेत्रों में भी चिकित्सक हड़ताल (Doctor Strike) पर रहे, जिसके कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. लोहरदगा सदर अस्पताल (Lohardaga Sadar Hospital) में मरीज आए लेकिन जिनका इमरजेंसी नहीं था उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा.
आए दिन चिकित्सकों के साथ मारपीट एवं दुर्व्यवहार की घटनाएं हो रही
चिकित्सकों का कहना है कि आए दिन चिकित्सकों के साथ मारपीट एवं दुर्व्यवहार की घटनाएं हो रही है. इसको लेकर चिकित्सक वर्ग (Medical Class) भयभीत है और इस समस्या का स्थाई समाधान चाहता है.
चिकित्सकों ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल किया गया है. यदि सरकार की ओर से कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं की जाती है तो इस आंदोलन को और भी धारदार बनाया जाएगा.
सरकार त्वरित कार्रवाई करे नहीं तो आगे आंदोलन को और तेज किया जाएगा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) के लोहरदगा जिला अध्यक्ष डॉ गणेश प्रसाद ने कहा कि एक दिवसीय हड़ताल लोहरदगा जिले में पूरी तरह प्रभावी रहा.
उन्होंने कहा कि गढ़वा जिले में पिछले दिनों चिकित्सक के साथ घटित घटना की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने, हजारीबाग (Hazaribagh) उप विकास आयुक्त द्वारा चिकित्सक को प्रताड़ित करने, पेटरवार बोकारो में चिकित्सक डॉ अजय चौधरी के साथ मारपीट करने, लोहरदगा के सिविल सर्जन (Civil Surgeon) डॉ संजय कुमार सुबोध को प्राइवेट नर्सिंग होम (Private Nursing Home) संचालक द्वारा जान से मारने की धमकी दिए जाने इत्यादि मामले पर सरकार त्वरित कार्रवाई करे नहीं तो आगे आंदोलन को और तेज किया जाएगा.