रांची: हृदय रोग (Heart Disease) से बड़े ही नहीं, बच्चे भी ग्रसित होते हैं। बहुत से बच्चों को जन्मजात हृदय में छेद पाया जाता है, जिसका इलाज बहुत महंगा होता है। बड़े हों या बच्चे पैसे के अभाव में हृदय रोग का इलाज बहुत से लोगों का नहीं हो पाता है।
ऐसे में हेमंत सरकार (Hemant Sarkar) की पहल से अब झारखंड के हृदय रोगियों (Heart Patients) का इलाज गुजरात में हो सकेगा। इलाज के लिए अहमदाबाद के सत्य साईं हार्ट अस्पताल को बुलाया गया है।
खर्च को री-इंबर्स करेगी राज्य सरकार
बताया जा रहा है कि हार्ट के ऑपरेशन के लिए राजकोट और अहमदाबाद (Rajkot and Ahmedabad) जाने वाले मरीजों का खर्च झारखंड सरकार उठाएगी। पहले मरीजों को अपने पैसे से जाना होगा। वहां से आने के बाद सरकार खर्च री-इंबर्स (Expense re-imbursement) करेगी।
मरीजों और परिजनों के रहने और खाने का खर्च सत्य साईं अस्पताल प्रबंधन ही उठाएगा। छह माह पहले रिम्स में लगे कैंप में जितने मरीजों का चयन ऑपरेशन के लिए किया गया था, उनमें अधिकतर का ऑपरेशन हो गया है। जो मरीज नहीं पहुंचे थे, उन्हें Call कर बुलाया जा रहा है।
52 बच्चों के हार्ट में छेद
गौरतलब है कि राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रांची रिम्स (Ranchi Rims) में हृदय रोगियों का कैंप लगाया गया था। 486 लोगों की जांच की गई। इनमें 134 लोगों को Operation के लिए चिह्नित किया गया। इनमें 52 ऐसे बच्चे मिले हैं, जिनके दिल में छेद हैं।
उन्हें अब ऑपरेशन के लिए सत्य साईं हार्ट अस्पताल अहमदाबाद (Sai Heart Hospital Ahmedabad) बुलाया गया है। 18 साल से अधिक उम्र के मरीजों को सत्य साईं अस्पताल, राजकोट में ऑपरेशन (Operation) होगा।