रांची: Jharkhand के बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा मुहैया कराने के लिए हेमंत सरकार (Hemant Sarkar) कृत संकल्प दिखती है। इसके लिए सरकार आवासीय विद्यालयों पर फोकस कर रही है।
इस शैक्षणिक सत्र (Academic Session) से शुरू होने वाले 80 नए उत्कृष्ट विद्यालयों (School of Excellence) में से 20 को सरकार आवासीय विद्यालय बनाएगी।
पांचों प्रमंडलों में पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग के लिए भी आवासीय विद्यालय बनाने का फैसला किया गया है।
यहां-यहां उत्कृष्ट विद्यालय बनेंगे आवासीय
जिन जगहों पर उत्कृष्ट आवासीय विद्यालय (Excellence Residential School) खोले जाएंगे, उनमें दुमका के मसलिया, गुमला के भरनो, हजारीबाग के चौपारण और बरकट्ठा, गिरिडीह के धनवार, बेंगाबाद, गिरिडीह, तिसरी, गांडेय, देवरी और डुमरी, पाकुड़, पूर्वी सिंहभूम के डुमरिया और घाटशिला, खूंटी के खूंटी ब्लॉक, रांची के कांके, अनगड़ा, बुढ़मू, सरायकेला के खरसावां और पश्चिम सिंहभूम के तांतनगर में बनने वाले School of Excellence शामिल हैं।
नेतरहाट की तर्ज पर खुलेंगे 3 और स्कूल
पूरे देश में प्रतिष्ठित नेतरहाट आवासीय विद्यालय की तर्ज पर राज्य में 3 आवासीय विद्यालय चाईबासा, दुमका और बोकारो में खोले जाएंगे। 2023-24 के बजट में हेमंत सरकार ने इसकी घोषणा की थी।
चाईबासा और दुमका के लिए मंजूरी मिल चुकी है। इस पर कुल 195 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
कल्याण विभाग (Welfare Department) की मानें तो साल 2023 में पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग के लिए आवासीय विद्यालय बनाए जाएंगे। पिछड़ा वर्ग के लिए एक-एक प्लस-टू आवासीय विद्यालय होंगे।
आवासीय विद्यालय राज्य के सभी 5 प्रमंडलों (उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर पलामू, कोल्हान और संथाल) में बनेंगे। इस योजना के लिए 20 करोड़ रुपए भवन निर्माण निगम लिमिटेड को जारी किए गए हैं।
इसी साल अल्पसंख्यकों के लिए पांचों प्रमंडलों में कुल 6 नये आवासीय विद्यालय (Residential School) खुलेंगे।