Jharkhand Politics: गुरुवार को कांग्रेस सीनियर नेता और देश के जाने-माने एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) ने कहा- अगर हेमंत सोरेन NDA में शामिल हो जाते तो आज अलग ही नजारा दिखाई देता।
उन पर लगे सारे आरोप भाजपा की वॉशिंग मशीन में धुल गए होते। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में BJP ने सर्वसत्तावादी और निरंकुश सिस्टम बना लिया है। मैं सिर्फ एक संवैधानिक सवाल उठाना चाहता हूं, क्योंकि इस पर सिर्फ चुप्पी दिखी थी।
.@DrAMSinghvi imp सवाल पूछ रहे है👇🏽:
झारखंड मे अभी तक CM क्यो नही नियुक्त किया? बिहार मे तुरंत नियुक्ति कैसे?
क्या आप PMO-HMO के निर्देश का इंतजार कर रहे है?
क्या आप किसी भी कीमत पर दलबदली कराना चाहते है?
क्या आप भारत जोड़ो न्याय यात्रा से घबरा गए है?pic.twitter.com/yNpePnm6bT
— Supriya Bhardwaj (@Supriya23bh) February 1, 2024
राज्यपाल 18 घंटे से क्या कर रहे हैं?
कल यानी 31 जनवरी को झारखंड में सत्तारूढ़ दलों के पास मोटे रूप से 47-48 विधायक थे, जबकि विपक्ष के पास 32-33 थे।
जब हेमंत सोरेन (Hemant Soren) कल गवर्नर के पास इस्तीफा देने गए और नए मुख्यमंत्री ने उन्हें अपने साथ विधायकों की संख्या बताई।
इसके बाद भी राज्यपाल 18 घंटे से क्या कर रहे हैं। अब तक कोई निर्णय क्यों नहीं हो रहा है, किसकी प्रतीक्षा की जा रही है।