रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने हजारीबाग प्रमण्डल (Hazaribagh Division) में मनरेगा योजना (MGNREGA Yojna) के तहत कूप निर्माण (Follicle Formation) में सरकारी राशि का दुरुपयोग करने के चार अभियंताओं समेत 10 आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान करने की अनुमति भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) को प्रदान करने संबंधी प्रस्ताव पर अनुमोदन दिया है।
नल कूप का निर्माण किए बिना राशि निकासी का आरोप
जांचकर्त्ता ने उल्लेख किया है कि चतरा (Chatra) निवासी बसंत सिंह एवं नरेश सिंह के नाम से दो कूप निर्माण की योजना थी लेकिन एक ही कूप निर्माण कर दोनों कूप की राशि निकासी कर सरकारी राशि का गबन किया गया है।
यह स्पष्ट रूप से प्रमाणित होता है कि नरेश सिंह के नाम से कूप निर्माण के नाम पर मुखिया, पंचायत सेवक एवं कनीय अभियंता मिलीभगत कर 58,280 रुपये की सरकारी राशि (Government Funds) की निकासी कर गबन कर लिया गया।
योजनाओं (Schemes) की जांच से स्पष्ट है कि स्थल पर बिना कार्य कराये ही 2,65,299 रुपये सरकारी राशि का निकासी कर बन्दरबांट कर गबन किया गया है, जिसके लिये प्रेमचन्द्र पाण्डेय, लाभुक, विशुन उरांव, रोजगार सेवक, नरेश हजाम, पंचायत सेवक, विवेक कुमार, पंचायत सेवक, संजु देवी, मुखिया, मिथिलेश सिंह उर्फ राकेश सिंह, सामग्री आपूर्तिकर्त्ता (वर्तमान मुखिया, सीमा पंचायत, चतरा), केदार सिंह, कनीय अभियंता, राजेश कुमार, कनीय अभियंता, संजय सिंह, सहायक अभियंता, तारणी मंडल, कार्यपालक अभियंता, एनआरईपी एवं अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का साक्ष्य पाया गया।