रांची: झारखंड में काम से हटाई गई रसोईया एवं संयोजिका को वापस बहाल करने सहित अन्य मांगों को लेकर गुरुवार को रसोईया और संयोजिका संघ के सैकड़ों लोग मोराबादी मैदान में जमा हुए।
वहां से सभी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे थे लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक लिया। संघ के लोग मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी 15 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपना चाह रहे थे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम लिखे पत्र में उन्होंने बताया है कि वे लोग 2004 से काम कर रही हैं।
उनको आज तकरीबन 17 साल बीतने के बाद भी प्रतिदिन 42 रुपये की दर से मेहनताना मिलता है। पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि रसोईया एवं संयोजिका को स्थाई करते हुए न्यूनतम वेतनमान लागू किया जाए।
सभी रसोईया एवं संयोजिका को केरल के तर्ज पर प्रतिदिन 400 रुपये की दर से मजदूरी का भुगतान किया जाए।
इसके अलावा कई अन्य मांग भी शामिल है। संघ के मनोज कुमार ने कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती है हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
इसे लेकर संघ के लोग आने वाले दिनों में बैठक कर आगे के आंदोलन की रणनीति तय करेंगे।