रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि आदिवासी, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को बौद्धिक रूप से मजबूत होने की जरूरत है। इसका सबसे बेहतर माध्यम शिक्षा है।
मुख्यमंत्री सोमवार को गुमला (Gumla) जिला भ्रमण कार्यक्रम के तहत सेंट पैट्रिक महागिरजा परिसर में छात्राओं को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने छात्राओं से कहा कि आप खूब मन लगाकर पढ़ें। शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करें। इसके लिए राज्य सरकार (State government) की ओर से आपको पूरा सहयोग मिलेगा।
इस मौके पर सेंट अंजेला छात्रावास की छात्राओं ने पारंपरिक रीति-रिवाज से मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियों के लिए सरकार दे रही आर्थिक सहयोग
मुख्यमंत्री ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी बेहतर शिक्षा के लिए सरकार सभी समुचित कदम उठा रही है। आप अगर मेडिकल, इंजीनियरिंग, लॉ जैसे क्षेत्रों में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो सरकार आपको मदद करेगी।
इसके अलावा UPSC, JPSC, बैंकिंग, रेलवे, SSC, जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को आर्थिक सहायता देने की योजना सरकार ने शुरू की है।
इसके साथ छात्रवृत्ति की राशि में भी इजाफा किया गया है, ताकि आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चे पढ़ाई से अलग-थलग नहीं हों।
विदेश में उच्च शिक्षा के लिए पूरा खर्च दे रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी, दलितों और अल्पसंख्यकों को अब विदेशों में उच्च शिक्षा ग्रहण करने में आर्थिक तंगी आड़े नहीं आएगी।
सरकार विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए पूरा खर्च आपको प्रदान करेगी। आप सरकार की योजनाओं (Plans) से जुड़े और अपने साथ राज्य का भी भविष्य संवारने में सहयोग करें।