रांची: शहर के मोरहाबादी मैदान में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा और सिद्धो कान्हू को याद करते हुए झारखंड के लोगों को बधाई दी।
राजकीय समारोह में उन्होंने परेड का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री के साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) भी मौजूद थीं। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे। मोरहाबादी में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम का गवाह बनने हजारों लोग पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम भारत की आजादी के 76वें वर्षगांठ (76th anniversary) के तौर पर मना रहे हैं लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि लाखों वीर सेनानियों की शहादत के बाद हमें ये दिन देखने को मिला है।
मैं उन तमाम स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिनकी बदौलत हमें ये आजादी मिली। मैं बाबा साहब अंबेडकर को धन्यवाद देता हूं, जिनके कारण आदिवासी आज अपना जीवन अच्छे से जी पा रहे हैं।
उन्होंने सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की जनता के सहयोग से एक सशक्त झारखंड का निर्माण करना हमारा संकल्प है।
जनभावना और जन-भागीदारी के साथ हमारी सरकार एक ऐसी व्यवस्था को आकार देने के लिए प्रयासरत है जहां गरीब, वंचित, मजदूर, किसान, आदिवासी, पिछड़े, दलित सबको उनका अधिकार मिल सके।
कमजोर से कमजोर व्यक्ति की आवाज भी सत्ता के उच्चतम स्तर तक पहुंचे और शासन-प्रशासन पूरी संवेदनशीलता के साथ जनता की परेशानियों का समाधान करे। मेरे विचार में यही राष्ट्र की सच्ची सेवा है, यही सच्चा लोकतंत्र है।
पुरानी पेंशन योजना शुरू
उन्होंने बताया कि मजबूत इरादे और बुलंद हौसले के साथ हमारी सरकार ने लाखों राज्यकर्मियों के लिए पुरानी पेंशन योजना शुरू की है।
राज्य के हजारों पुलिसकर्मी भी अपनी छुट्टी के हकदार हुए हैं। 35 लाख जरूरतमंद को पेंशन, 20 लाख अतिरिक्त लोगों को राशन और 57 लाख से अधिक लोगों को सरकार वर्ष में दो बार वस्त्र प्रदान कर रही है।
झारखंड आंदोलनकारियों की पहचान कर उनके आश्रितों और परिजनों को पेंशन और सम्मान देने की मुहिम चलाई जा रही है।
गांव-गांव पहुंच रही है योजनाएं
गरीब और वंचित वर्ग के युवा आज विदेशों में शिक्षा ले रहे हैं। योजनाओं की गठरी बनाकर गांव-गांव और पंचायत-पंचायत लाखों जरूरतमंदों के द्वार तक सरकार पहुंची है।
राज्य के कई दूरस्थ स्थानों में प्रशासन, देश की आजादी के बाद पहली बार पहुंचा है। बुढ़ा पहाड़ क्षेत्र की बदलती बयार उनमें से एक है।
यह सब राज्य के विकास के पथ पर अग्रसर होने के सूचक है और इस बात का प्रमाण भी है कि जनता से किये वादे को हम कितनी संजीदगी से निभाने का प्रयास कर रहे हैं।
हमने राज्य के लोगों से वादा किया था कि सभी को तीन कमरे का आवास उपलब्ध करवाएंगे। अपने वादे को पूरा करते हुए आज हम इस मंच से एक नई योजना अबुआ आवास योजना की घोषणा करते हैं।
आगामी दो वर्ष में लगभग 15 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च कर राज्य सरकार अपनी निधि से अपने जरूरतमंद लोगों को आवास उपलब्ध करवाएगी।
सरकार लगातार कर रही है नियुक्ति
मुख्यमंत्री ने कहा कि लम्बे समय से नियुक्ति की बाट जोह रहे राज्य के होनहार युवाओं को हमारी सरकार ने हाल में पंचायत सचिव एवं निम्न वर्गीय लिपिक के पदों पर नियुक्त किया है।
इसके अलावा सहायक अभियंता, आयुष चिकित्सक, शिक्षक, सहायक लोक अभियोजक, लेखा पदाधिकारी आदि के रिक्त पदों पर भी हमारी सरकार द्वारा हजारों की संख्या में नियुक्तियों की गई है।
उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब हमारे होनहार छात्र परीक्षा देकर रिजल्ट का इंतजार करते-करते थक जाते थे। आज कई ऐसे उदाहरण हैं, जब साक्षात्कार के बाद 04-05 घंटे में ही परीक्षा के परिणाम जारी हुए हैं। यह बदलते झारखंड-बढ़ते झारखंड की तस्वीर है।
38 हजार पदों पर नियुक्ति के लिए भेजी गई अधियाचना
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नियुक्ति की प्रक्रिया को तीव्र करते हुए विभिन्न कोटि के लगभग 38 हजार पदों पर नियुक्ति के लिए अधियाचना झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को भेज दी गई है, जिसमें से 36 हजार पदों पर नियुक्ति हेतु विज्ञापन प्रकाशित किया जा चुका है।
शीघ्र ही इन पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जायेगी।
हम साथ मिलकर राज्य की तस्वीर बदलेंगे
उन्होंने कहा कि युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में स्वच्छ एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए हमारी सरकार द्वारा झारखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम और निवारण के उपाय) विधेयक, 2023 विधान सभा से पारित कराया गया है।
हमारी सरकार यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि नियुक्तियों में झारखंड के लोगों को उनका उचित हक मिले। हमने कर्मियों को कहा है कि आप जनता की सेवा करने में हमारा साथ दें। अपनी चिंता मुझ पर छोड़ दें। हम साथ मिलकर राज्य की तस्वीर बदलेंगे।
मुख्यमंत्री ने राज्य के युवाओं से अपील की और कहा कि युवा शक्ति अपनी रचनात्मक और सकारात्मक ऊर्जा का उपयोग झारखंड के नव-निर्माण के लिए करें।
सबको साथ लेकर चलने वाली संस्कृति ही भारतीय राष्ट्रवाद की बुनियाद है। मुझे पूरा भरोसा है कि हम सब मिलकर झारखंड को एक समृद्ध, खुशहाल एवं विकसित राज्य बनाने में जरूर सफल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ग्रामीण महिलाओं को सशक्त कर उन्हें रोजगार देने का काम कर रही है।
किसानों के लिए हम हमेशा साथ खड़े रहे। मुख्यमंत्री सुखाड़ राहत योजना तथा झारखंड कृषि ऋण माफी योजना से किसानों को हर संभव सहायता पहुंचाने का प्रयास किया गया।
राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरी के लिए सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की गयी। सीबीएसई बोर्ड के माध्यम से बच्चे इसमें पढ़ाई करेंगे।
44 पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों को पदक
स्वतंत्रता दिवस परेड में मेहमान के रूप में की टीम भी अवर निरीक्षक महेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व में शामिल हुई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के 44 पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों को राष्ट्रपति के हाथों दिए गए पदक को प्रदान किया। सभी पदक पूर्व में राष्ट्रपति के हाथों गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day Celebration) के मौके पर प्रदान किया गया था।