गिरिडीह: पीरटांड़ प्रखंड के बांध पंचायत अंतर्गत आने वाले आदिवासी गांव धवाटांड़ में छह महीने के एक दुधमुंहे बच्चे को दादा-दादी द्वारा ही जहर देकर मार डालने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
घटना को लेकर एक ओर जहां इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
जहर देने के बाद बच्चे को इलाज के लिए गिरिडीह सदर ले जाया गया जहां से उसे धनबाद रेफर कर दिया गया, लेकिन यहां भी मासूम की जान नहीं बचाई जा सकी।
मामले में पीरटांड़ थाना अवर निरीक्षक मृत्युंजय सिंह ने फर्द बयान के आधार पर मृत शिशु के दादा-दादी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बिन ब्याही आदिवासी युवती बनी थी मां जानकारी के अनुसार, मामला बिन ब्याही युवती के नवजात की हत्या का है। बताया जाता है कि प्रेम प्रसंग के दौरान बने शारीरिक संबंध के बाद शिशु का जन्म हुआ था।
आदिवासी युवती का गांव के ही एतवारी बेसरा से प्रेम हो गया था और शादी से पूर्व ही उसने गर्भवती होने के बाद बच्चे को जन्म दिया था।
क्या है मामला
आदिवासी परम्परा के अनुसार, समाज के लोगों ने उस गर्भवती लड़की को अपनाने का एतवारी के परिजनों को कहा, जिसके बाद गांव व समाज के कहने पर बच्चे के जन्म के बाद दोनों की शादी आदिवासी रीति-रिवाज के अनुसार होनी थी।
इसी बीच युवती ने बेटे को जन्म दिया। युवती के होने वाले पति घर में युवती व बच्चे को छोड़ कहीं अन्य स्थान पर अपना ठिकाना बना लिया।
एक दिन युवती कुछ काम से बाहर गई थी इसी बीच उसके सास-ससुर ने मिलकर बच्चे के मुंह में जहर डाल दिया, जिसके बाद बच्चे की हालत बिगड़ने लगी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।