धनबाद: टुंडी प्रखंड (Tundi Block) के नवनिर्वाचित प्रखंड अध्यक्ष लोलिन बास्की (Lolin Baski) के क्रियाकलापों से पार्टी के अधिकांश कार्यकर्ता नाराज हैं।
JMM कार्यकर्ताओं ने ही अपने प्रखंड अध्यक्ष को टुंडी के सीमा (Tundi’s border) क्षेत्र स्थित रामपुर मोड़ में एक घर में घंटों बंधक बनाए रखा।
बाद में टुंडी थाना प्रभारी शारदा रंजन (Sharda Ranjan) के हस्तक्षेप पर प्रखंड अध्यक्ष के लिखित माफी मांगे जाने के बाद कार्यकर्ताओं ने उसे मुक्त किया।
गोविंदपुर-टुंडी गिरिडीह मुख्य पथ पर वाहनों से चंदा वसूली की जा रही
बताया जाता है कि नवनिर्वाचित प्रखंड अध्यक्ष लोलीन द्वारा मंझीलाडीह के पास पिछले कई दिनों से 4 फरवरी काे हाेने वाले JMM के स्थापना दिवस को लेकर गोविंदपुर-टुंडी गिरिडीह मुख्य पथ (Govindpur-Tundi Giridih Main Road) पर वाहनों से चंदा वसूली की जा रही थी।
अपने गांव के कुछ मनबढू युवकों को साथ लेकर वसूली की जा रही थी। जिसको लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं में रोष था।
रविवार को रामपुर मोड़ (Rampur Mod) के पास JMM के अन्य कार्यकर्ताओं भी चंदा वसूली की तैयारी कर रहे थे, इसी बीच JMM के नवनिर्वाचित प्रखंड अध्यक्ष दबंगता पूर्वक अपने वाहन में हरवे-हथियार लेकर वहां पहुंच गए और उतरते ही फरसा लेकर वहां उपस्थित कार्यकर्ताओं के साथ गाली-गलौज करते हुए मारने-काटने की धमकी देने लगे।
JMM के कार्यकर्ता ने लिखित माफीनामा देने की मांग की
इससे नाराज कार्यकर्ताओं का एक गुट आक्रोशित हो गया और अपने ही प्रखंड अध्यक्ष को घेरकर बंधक बना लिया। उसके साथ धक्का-मुक्की करते हुए एक कमरे में ले जाकर बंद कर दिया।
घटना की सूचना पार्टी के वरिष्ठ लोगों को देते हुए टुंडी पुलिस (Tundi Police) को भी मामले से अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग की गई।
सूचना पाकर टुंडी थाना प्रभारी शारदा रंजन अपने दल-0बल के साथ पहुंचे एवं वस्तु स्थिति से अवगत होते हुए दोनों पक्षों को शांत करवाने का प्रयास किया।
नाराज JMM के कार्यकर्ता अपने प्रखंड अध्यक्ष से लिखित माफीनामा देने की मांग कर रहे थे। इसके बिना कोई समझौता नहीं होने की बात कहीं।
अंत में नवनिर्वाचित टुंडी प्रखंड अध्यक्ष (Tundi Block President) द्वारा लिखित रूप से माफी मांगते हुए कहा गया कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं दोहराई जाएगी।
जिसके बाद उन्हें मुक्त किया गया। ज्ञात रहे कि प्रखंड अध्यक्ष चुने जाने के बाद से ही कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दिए जाने को लेकर कार्यकर्ता उनसे नाराज चल रहे थे।