रांची: रांची पुलिस एक ओर जहां क्राइम पर लगाम कसने में फेल है। वहीं, अब चोरी जैसी वारदात को लेकर भी एफआईआर दर्ज करने से डरने लगी है।
ताजा मामला खरसीदाग थाना क्षेत्र का है, जहां पीड़ित एक सेवानिवृत्त संयुक्त सचिव को दो दो दिनों तक खरसीदाग खरसीदाग थानेदार बैद्यनाथ कुमार व तुपुदाना थानेदार कन्हैया सिंह दौड़ाते रहे कि यह इलाका उनके क्षेत्र में नहीं है।
मामले में सोमवार को सिटी एसपी सौरभ को सामने आना पड़ा।
इसके बाद खरसीदाग थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई।
शंभूनाथ शर्मा के अनुसार 30 जनवरी को चोरी की घटना की प्राथमिकी दर्ज कराने सबसे पहले जगन्नाथपुर थाना गए थे।
क्या है मामला
खरसीदाग के बसारगढ़ रोड नंबर छह में संयुक्त सचिव से सेवानिवृत शंभू नाथ शर्मा बीते 28 जनवरी को परिवार के साथ सास के श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल होने जमशेदपुर गए थे।
30 जनवरी को वापस लौटे तो घर का ताला टूटा हुआ मिला।
लॉकर में रखे पांच लाख रुपये मूल्य के सोने-चांदी के जेवरात और एलईडी टीवी गायब थे।
पार्षद ने भी कहा था इलाका खरसीदाग का
सीमा विवाद के कारण दो थाने ही आमने-सामने नहीं है, बल्कि क्षेत्र के वार्ड 53 की वार्ड पार्षद निर्मला कच्छप भी यह लिख कर दे चुकी हैं कि बसारगढ़ रोड नंबर छह का इलाका खरसीदाग ओपी क्षेत्र में पड़ता है।
वहीं, वार्ड पार्षद की चिट्ठी लेकर शंभू नाथ शर्मा जब खरसीदाग ओपी पहुंचे तो थानेदार बैद्यनाथ कुमार ने कहा कि कोई बात नहीं हम भी मुखिया से लिखवा कर दे देते हैं कि ये इलाका तुपुदाना में पड़ता है।