नई दिल्ली: किसान नेताओं द्वारा बुलाए गए भारत बंद के बीच आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घर में नजरबंद करने का मुद्दा बनाते हुए केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस को घेरने की कोशिश की।
हालांकि पुलिस ने सुबह ही इस बात का खंडन कर दिया था। वहीं दिनभर मुख्यमंत्री के आवास पर हाई वोल्टेज ड्रामा जारी रहा।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पर पहुंचे और उन्होंने आरोपों की पुष्टि करते हुए कहा कि घर में हिरासत में रखे जाना साफ तौर पर दिखाई दे रहा है।
वह पूछना चाहते हैं कि दिल्ली पुलिस को इसके लिए कहां से आदेश मिल रहे हैं?
आम आदमी पार्टी मुख्यालय में पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज ने इसी मुद्दे पर एक पत्रकार वार्ता भी की।
विधायक भारद्वाज ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के किसानों को दिए समर्थन से केंद्र सरकार घबरा गई है।
ऐसे में उन्हें बंधक बनाया गया है। वहीं भाजपा नेताओं को उनके आवास पर बैठा दिया गया है। भारद्वाज ने आरोप लगाया कि सरकार नहीं चाहती कि मुख्यमंत्री केजरीवाल किसानों के बीच जाकर बैठे।
भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली पुलिस को गृह मंत्रालय की ओर से ऐसा करने के आदेश दिए गए हैं। आम आदमी पार्टी किसानों के साथ भारत बंद के समर्थन में खड़ी है।
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त सतीश गोलचा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर खड़े कुछ लोगों ने यह अफवाह फैलाई है कि उन्हें नजरबंद किया गया है जबकि ऐसा नहीं है।
मुख्यमंत्री कहीं आने-जाने के लिए स्वतंत्र हैं। इधर मौके पर पहुंचे उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त एंटो अल्फोंस ने भी इन आरोपों को पूरी तरह से गलत बताया।
इसी बीच एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें मुख्यमंत्री को पश्चिम विहार के होटल में आयोजित शादी समारोह में भाग लेते हुए देखा जा सकता है।
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी भी पूरे घटनाक्रम पर मुखर बनी हुई है। पार्टी के कुछ नेता तो मुख्यमंत्री के आवास पर जाकर पत्रकारों से बातचीत कर स्पष्ट कर रहे हैं कि ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है।
भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि मुख्यमंत्री के आवास पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। भाजपा नेत्री ने कहा कि रात्रि में मुख्यमंत्री केजरीवाल एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भी गए थे।
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा है कि फ्लॉप हो चुके भारत बंद से ध्यान हटाने के लिए आम आदमी पार्टी अपने विधायकों को मुख्यमंत्री आवास पर इकट्ठा कर रही है।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच दिल्ली नगर निगम के नेता फंड की मांग करते हुए मुख्यमंत्री आवास पर धरने पर बैठे हैं।
इसी क्रम में सांसद भगवंत मान भी अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने की गुजारिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। ऐसे में उन्होंने पूरे घटनाक्रम की तुलना आपातकाल से कर दी।
मान ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री आवास पर बैठा दिया गया है और आप के कार्यकर्ताओं को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को उलट किसान नेताओं के पास जाकर बैठना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को किसानों के समर्थन में देश व्यापी बंद का आहवान किया गया था। हालांकि राजनीतिक दलों के समर्थन के बावजूद बंद का असर मिला-जुला रहा।