Holika Dahan : मार्च का महीना आ गया है और अब लोग होली को लेकर काफी उत्साहित है। इस वर्ष होलिका दहन (Holika Dahan) 7 मार्च को और होली 8 मार्च को खेली जाएगी।
लेकिन इस समय होलाष्टक (Holashtak) चल रहा है। होलाष्टक 27 फरवरी से 7 मार्च तक रहेगा। फाल्गुन पूर्णिमा को जब होलिका दहन होगी, उस दिन के बाद से होलाष्टक भी खत्म हो जाएगा।
श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष के डॉ. तिवारी (Dr. Tiwari) बताते हैं कि होलाष्टक में 8 ग्रह उग्र होते हैं। इस वजह से होलाष्टक में कोई शुभ काम या बड़े फैसले नहीं लिए जाते हैं।
होलिका दहन यानि फाल्गुन पूर्णिमा (Phalgun Purnima) तिथि को राहु उग्र होता है। यह एक छाया ग्रह है। उग्र राहु को शांत करने के ज्योतिष उपाय भी हैं। उससे पहले जानते हैं राहु के दुष्प्रभावों के बारे में।
जानिए राहु ग्रह के दुष्प्रभाव
1. राहु के कारण व्यक्ति चोरी करने लगता है, वह बुरी संगति में फंस जाता है।
2. खराब राहु के प्रभाव से व्यक्ति जुआ, शराब, व्यभिचार जैसे गलत व्यवहार करने लगता है।
3. राहु के वजह से व्यक्ति की वाणी गलत हो जाती है। गलत भाषा के कारण संबंध खराब होते हैं। वाद-विवाद (Debate) की स्थितियां पैदा होती हैं।
4. खराब राहु के कारण व्यक्ति को चर्म रोग हो सकता है।
5. इसके कारण आपको बेवजह की यात्राएं करनी पड़ सकती हैं।
6. राहु की वजह से व्यक्ति मानसिक रोगी (Mental Patient) हो सकता है, वह अवसाद का शिकार हो सकता है।
जानिए राहु ग्रह के उपाय
1. उग्र राहु को शांत करने का सबसे आसान उपाय है कि आप भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा करें। शिव जी को सोमवार और शनिवार को जल से अभिषेक करें। ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। शिव कृपा से राहु शांत होगा।
2. राहु को शांत करने के लिए उसके मंत्र ओम भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: का जाप करना चाहिए। कम से कम 5 माला मंत्र का जाप करते हैं।
3. सुबह स्नान के बाद पीपल के पेड़ (Peepal Tree) को जल अर्पित करें। उस दौरान हाथ में कुशा रखें. शाम के समय में पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं। इससे राहु शांत होता है।
4. राहु के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए गोमेद पहन सकते हैं।
5. राहु के दुष्प्रभावों (Side Effects) को दूर करने के लिए आप शनिवार को व्रत रख सकते हैं। 18 शनिवार का व्रत रखना होता है।