नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई अहम कदम उठाएं है। इसमें घर-घर टेस्टिंग, टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने, आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए टेस्टिंग क्षमता दोगुनी की जाएगी।
साथ ही गृह मंत्रालय ने 10 टीमों का गठन किया है। ये 10 टीमें 100 प्राइवेट अस्पतालों का दौरा करेंगी। ये 10 टीमें अस्पतालों में बेड की क्षमता और आईसीयू बेड की जानकारी एकत्र करके वहां के हालात के बारे में गृह मंत्री को जानकारी देंगी।
मंत्रालय के मुताबिक, पैरा मिलिट्री के 45 डॉक्टर और 160 पारा-मेडिकल स्टाफ दिल्ली में कोविड ड्यूटी के लिए पहुंच चुके हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा कि हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए अहम बैठक की थी। उस बैठक में आरटी-पीसीआर टेस्टिंग की क्षमता दोगुनी करने के निर्देश दिए गए जिस पर तेजी से काम हो रहा है।
मंत्रालय ने बताया कि पहले शुरू किए गए सारे कंटेनमेंट उपायों (कंटेनमेंट जोनों की स्थापना, कंटेक्ट ट्रेसिंग तथा क्वारेंटिंग और स्क्रीनिंग) की लगातार समीक्षा की जानी चाहिए। इन कंटेनमेंट कार्यनीतियों को कड़ाई से लागू करने में कोई ढील नहीं होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने इन्टेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) बेड की संख्या में बढ़ोतरी किए जाने का भरोसा दिलाया।
प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली में लैब की क्षमता का अधिक से अधिक उपयोग कर संक्रमण की अधिक संभावना वाले इलाके में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा आईसीएमआर द्वारा मोबाइल टेस्टिंग वैनों की तैनाती की जाएगी।
इसके साथ अस्पताल की क्षमता तथा अन्य मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता में वृद्धि किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही धौला कुआं स्थित डीआरडीओ के कोरोना मेडिकल सुविधा में आईसीयू की सुविधा वाले 250-300 बेड और शामिल किए जाएंगे।
ऑक्सीजन की सुविधा वाले बेड्स की उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से छतरपुर में स्थापित 10,000 बेड वाले कोविड केयर सेंटर को भी मजबूत किया जाएगा। बीआईपीएपी मशीनों को अपेक्षित संख्या में उपलब्ध कराने के के भी निर्देश दिए गए।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने अपने ट्वीट में बताया कि शाह ने बैठक में इस बात पर भी जोर दिया कि पहले शुरू किए गए सारे कंटेनमेंट उपायों (कंटेनमेंट जोनों की स्थापना, कंटेक्ट ट्रेसिंग तथा क्वारेंटिंग और स्क्रीनिंग) की लगातार समीक्षा की जानी चाहिए।
इन कंटेनमेंट कार्यनीतियों को कड़ाई से लागू करने में कोई ढील नहीं होनी चाहिए । यही नहीं, बैठक में कोविड-19 रोगियों के होम आइसोलेशन वाले रोगियों की ट्रैकिंग रखने तथा तत्काल मेडिकल सुविधा की आवश्यकता पड़ने पर उनको तुरंत नियमित अस्पतालों में शिफ्ट करने की जरूरत पर विशेष रूप से बल दिया।
यह भी निर्णय लिया गया कि संपूर्ण दिल्ली में घर-घर सर्वेक्षण, एम्स, दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगमों (एमसीडी) की टीमों द्वारा आयोजित किया जाएगा। इसके बाद सर्वेक्षण में पाए गए सभी रोग-संबंधी व्यक्तियों का टेस्ट किया जाएगा और आवश्यक उपचार प्रदान किया जाएगा।