चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शुक्रवार को गेहूं की फसल में आग लगने की राज्यव्यापी घटनाओं पर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने आग से नष्ट हुई फसलों के लिए कम से कम 25,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की।
हुड्डा ने एक बयान में कहा कि अकेले रोहतक के गांवों में सैकड़ों एकड़ फसल नष्ट हो गई। इसी तरह, हिसार, जींद, झज्जर और फतेहाबाद जिलों में फसलें नष्ट हो गईं।
उन्होंने कहा, कल की आंधी, शार्ट-स++++++++++++++++++++++++++++र्ट और अन्य कारणों से कई जगहों पर आग लग गई।
ऐसे में सरकार द्वारा किसानों और जनता में जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए। किसानों को इस बारे में अधिक सावधान रहने की जरूरत है।
विपक्ष के नेता ने कहा कि दमकल विभाग को गर्मी में अपनी क्षमता बढ़ानी चाहिए, ताकि जरूरत पड़ने पर अधिक से अधिक वाहन मौके पर पहुंच सकें और किसानों को नुकसान से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा, आज फसल न तो खेत में सुरक्षित है और न ही मंडियों में। खुले आसमान के नीचे पड़ी फसलों को ढंकने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
हुड्डा ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी पर किसानों को 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस देने की मांग की।
सरकार ने चालू फसल वर्ष के लिए गेहूं के लिए एमएसपी 40 रुपये बढ़ाकर 2,015 रुपये प्रति क्विंटल और सरसों के लिए 400 रुपये से 5,050 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
हुड्डा ने किसानों के हित में एमएसपी की गारंटी के लिए कानून बनाने की भी मांग की। उन्होंने कहा, किसानों को स्वामीनाथन आयोग के सी2 फॉर्मूले के तहत एमएसपी मिलनी चाहिए, तभी खेती किसानों के लिए लाभदायक हो पाएगी।