The Sun is becoming powerful: सूर्य परम बलशाली हो रहे हैं। इतना ही नहीं सूर्य बलशाली होकर कई राशियों की किस्मत का सितारा बुलंद करने वाले हैं। वैसे सूर्य का हमेशा डंका बजता है, क्योंकि वे ग्रहों के राजा हैं।
एनर्जी का पावर हाउस हैं। इस संसार की आत्मा हैं लेकिन सूर्य जब अपनी ही सिंह राशि में होते हैं और अपने ही नक्षत्र में गोचर करते हैं…फिर सुपर पावरफुल हो जाते हैं। सूर्य वर्तमान में सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं।
13 सितंबर को वे सुबह 9:44 पर उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र में आ गए हैं और 27 सितंबर तक इसी नक्षत्र में रहने वाले है। हमारे जो 27 नक्षत्र हैं, उसमें उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र 12वां नक्षत्र है और इस नक्षत्र के स्वामी खुद सूर्य देव हैं।
अपनी ही राशि और अपने ही नक्षत्र में जब सूर्य गोचर करते हैं, तब कई राशियों की किस्मत बदल देते हैं। हालांकि अपने ही नक्षत्र में आने के बाद सूर्य 16 सितंबर को अपना राशि परिवर्तन भी कर अपने मित्र बुद्ध की कन्या राशि में आ जाएंगे। अपने ही नक्षत्र में गोचर करके मित्र राशि में भ्रमण करते हुए सूर्य का पूरा जलवा देखने को मिलेगा।
पूरे 366 दिन के बाद सूर्य अपने परम मित्र बुध की कन्या राशि में आएंगे और एक महीना यानी 16 अक्टूबर तक इसी राशि में रहने वाले है। सूर्य व्यक्ति को सफलता, पराक्रम, आत्मविश्वास देते हैं।
सूर्य हर महीने राशि परिवर्तित करते हैं और इसका सबसे ज्यादा असर लोगों के करियर, सेहत और सफलता-असफलता पर होता है। वैसे भी ज्योतिष में व शास्त्रों में सूर्य को आत्मा का कारक ग्रह होने के साथ ही हमारे मान-सम्मान व अपमान का भी कारक माना जाता है।
जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में होता है, उस शख्स को समाज में मान-सम्मान और समृद्धि की प्राप्ति होती है। सूर्य ऐसा ग्रह है जो कभी वक्री गति नहीं करता। सूर्य देव को प्रत्यक्ष देवता भी कहा जाता है जो हमें प्रतिदिन दर्शन देते हैं।
शास्त्रों में इनकी उपासना से मिलने वाले शुभ फलों की लंबी सूची है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह ताकत, अधिकार, यश, नौकरी आदि के देवता हैं। इनकी पूजा विधि-विधान से करने से उपरोक्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं।