चेन्नई: भारत और इंग्लैंड के बीच यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में जारी दूसरे टेस्ट मैच की पिचें स्पिनरों के अनुकूल मानी जा रही है और टीमों को इस पिच पर बल्लेबाजी के लिए एक बैंचमार्क सेट करने की जरूरत है।
पिच को लेकर इस बात की चर्चा जोरों पर है कि क्या यह पिच उस तरह की पिच है, जिस पर पांच दिन का टेस्ट मैच खेला जा सकता है।
मैच के दूसरे दिन रविवार को पांच विकेट लेने वाले भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा है कि वह इस बात से अवगत नहीं हैं कि पिच को लेकर इंग्लैंड के खिलाड़ियों के पास किसी तरह की कोई शिकायत है।
अश्विन ने दूसरे दिन की खेल समाप्ति के बाद कहा, अगर इसे लेकर उनके पास कोई शिकायत है तो मुझे इसकी जानकारी नहीं है। खिलाड़ी जब इस तरह की परिस्थितियों का सामना करते हैं तो ऐसी चीजें स्वभाविक होती है। ईमानदारी से कहूं तो इस पिच पर सात दिन खेले हैं और इंग्लैंड ने हमें कड़ी टक्कर दी है।
उन्होंने कहा कि तेज गेंदबाजों को मदद मिलने वाली पिचों पर खेलना अधिक चुनौतीपूर्ण होता है।
अश्विन ने कहा, चाहे आप स्पिन अनुकूल या फिर तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिचों पर खेलें समय दर समय यह अधिक चुनौतीपूर्ण होगी। अगर गेंद 140-50 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से आती है तो इसे खेलना अधिक चुनौतीपूर्ण होता है। आप अपना समय लीजिए और इसका सामना कीजिए।
भारतीय आफ स्पिनर ने कहा कि स्पिन की मददगार वाली पिचों पर बल्लेबाजों को रन बनाने की उम्मीद ज्यादा होती है।
अश्विन ने कहा, मुझे लगता है कि जब आप तेज गेंदबाजों की मदद वाली पिचों पर खेलते हैं तो आपको धर्य रखना होता है। शुरुआत में आपको संयम बरतना पड़ता है और फिर आप बोर्ड पर रन लगा सकते हैं।