नई दिल्ली: बिहार चुनाव में महागठबंधन को बहुमत से पीछे रहने में कांग्रेस को एक बड़ा कारण मना जा रहा है। कांग्रेस इस चुनाव में 70 सीटों पर लड़ी, मगर 19 सीटें ही हासिल कर पाई।
अब पार्टी के अंदर ही कांग्रेस की हार पर सवाल खड़े होने लगे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता नेता कपिल सिब्बल के बयान पर वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि उन्हें कुछ नहीं कहना है।
हाल ही में मीडिया से बातचीत के दौरान पार्टी नेता कपिल सिब्बल ने कांग्रेस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। इस पर पार्टी के अन्य नेता चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, मुझे उनकी बात पर कुछ नहीं कहना।
खुर्शीद ने कहा, मुझे कपिल की बात पर कुछ नहीं कहना है। वो पार्टी के नेता हैं। मैंने उनका बयान पढ़ा, देखा और समझ लिया, लेकिन मुझे उस पर कुछ नहीं कहना।
क्या पार्टी को मंथन करना चाहिए? इस सवाल पर खुर्शीद ने कहा, क्या करना चाहिए, यह बात मैं पार्टी में कहूंगा, बाहर क्यों कहूंगा? मैं अपनी पार्टी के सिस्टम से संतुष्ट हूं।
दरअसल, एक इंटरव्यू में कपिल सिब्बल ने हालिया चुनावों पर अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा था, बिहार में ही नहीं, बल्कि देश में जहां-जहां भी चुनाव और उपचुनाव हुए हैं, वहां लोग कांग्रेस को प्रभावी विकल्प नहीं मान रहे हैं।
यह एक निष्कर्ष है। आखिरकार, बिहार में विकल्प आरजेडी ही थी।
सिब्बल ने कहा था, गुजरात विधानसभा उपचुनाव की सभी सीटों पर हमें हार का सामना करना पड़ा है। यहां तक कि लोकसभा चुनाव में भी हमें एक भी सीट नहीं मिली थी।
वहीं, उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को 2 फीसदी से भी कम वोट मिले। गुजरात में हमारे तीन उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई। वहीं मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस आत्मनिरीक्षण करेगी।
हालांकि कपिल सिबल से पहले पार्टी के नेता तारिक अनवर ने भी बिहार विधानसभा चुनाव की हार पर कहा था कि पार्टी को इस पर मंथन करना चाहिए।