गांधीनगर: कांग्रेस छोड़ने के साढ़े तीन साल से अधिक समय बाद, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने बुधवार को कहा कि वह बिना किसी शर्त अपनी पुरानी पार्टी में लौटना चाहते हैं।
हालांकि पार्टी की तरफ से इस बाबत कोई संकेत नहीं मिले हैं।
अनुभवी राजनीतिज्ञ ने कहा, जब कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल का निधन हुआ, तो कई कांग्रेसी नेता मुझसे उनके पैतृक गांव पीरामान में मिले और सुझाव दिया कि मुझे कांग्रेस में फिर से शामिल हो जाना चाहिए।
जाहिर है, वह समय राजनीति के लिए नहीं था, लेकिन तब से कई कांग्रेसी मुझसे यह कह रहे हैं।
वाघेला ने कहा, दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं।
अगर कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी मुझे बुलाती हैं और कहती हैं कि हमें साथ काम करना चाहिए और आप पार्टी में वापस आ जाईए, तो मैं निश्चित रूप से बिना शर्त इसमें शामिल हो जाऊंगा।
वाघेला ने जुलाई 2017 में कांग्रेस छोड़ दी थी, उन्होंने दावा किया था कि उन्हें बाहर कर दिया गया है।
इस साल एक रैली में वाघेला ने दावा किया था कि वह पार्टी की आंतरिक साजिश का शिकार हो गए थे, जिसके कारण पार्टी ने उन्हें बाहर का दरवाजा दिखाया था।
हालांकि, कांग्रेस ने वाघेला को हटाए जाने से इनकार किया था और कहा था कि उनका दावा निराधार है।
वाघेला ने कांग्रेस छोड़ने के बाद जन विकास पार्टी बनाई और दिसंबर 2017 के चुनावों में गुजरात विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ा। हालांकि उनके सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।
2019 में वाघेला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे, लेकिन पिछले साल इसे छोड़ दिया था।