गिरिडीह: गावां थाना क्षेत्र के करमाघाटी जंगल में बरामद विवाहिता के शव की शिनाख्त हो गई है। मृतका की पहचान राजन राय की पत्नी ममता देवी (22) के रूप में हुई है।
बताया जाता है कि बिहार के छपरा से पहुंचे विवाहिता के मायके वालों ने पुलिस की मदद से शव की पहचान अपनी पुत्री के रूप में की है।
इसके बाद परिजन गावां के लिए रवाना हो गए।
हत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है हालांकि पारिवारिक कलेश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
जानकारी के अनुसार छपरा निवासी मुसाफिर राय का परिवार असनाबाद में रहकर खटाल चलाने का काम करता है।
मुसाफिर के बेटे राजन से छपरा के ही मिठापुर निवासी ममता का विवाह हुआ था।
बीते दिन परिवार में आपसी अनबन के बाद ममता अचानक लापता हो गई।
ससुराल वाले इसको लेकर कुछ बोलने को तैयार नहीं थे।
जब इसकी जानकारी छपरा निवासी ममता के मायके वालों को मिली तो खोजबीन शुरू हुई।
इस क्रम में प्लास्टिक के बोरे में बंद एक शव दस जनवरी को गावां पुलिस ने थाना क्षेत्र के पिहरा ढाब मुख्य पथ पर करमाघाटी के पास सड़क किनारे बरामद किया था।
शव प्लास्टिक के बोरे में बंद नाले में पड़ा था। महिला का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी।
पुलिस ने बताया था कि जंगल में जलावन लाने गई कुछ महिलाओं की नजर बोरे पर पड़ी थी उसमें शव को रख उसे मजबूती से बांध दिया गया था।
हालांकि बोरे के छेद से माथे के बाल दिख रहे थे।
संदेह होने पर महिलाओं ने गांव आकर लोगों को इसकी जानकारी दी।
पुलिस ने पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए शव गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया था।
इसी बीच मंगलवार शाम को महिला के पिता राजेंद्र राय छपरा से तिलैया पहुंचे और स्थानीय थाना में संपर्क कर खोजबीन की गुहार लगाई।
पुलिस ने जांच शुरू की तो महिला का शव गावां में बरामद होने की बात सामने आई।
तस्वीर के माध्यम से मायके वालों ने की शव की पहचान की।
मृतका के पिता के अनुसार ससुराल वालों ने ही उसकी हत्या कर शव को वहां फेंका है।
तिलैया थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि महिला के पिता की सूचना पर जांच के दौरान पूरा मामला सामने आया है। तस्वीर से उन्होंने मृतका की पहचान अपने पुत्री के रूप में की है।