Idol of Veer Tejaji Maharaj Vandalized at Jaipur :राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक मंदिर में वीर तेजाजी महाराज की प्रतिमा को अज्ञात असामाजिक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद शहर में तनाव का माहौल बन गया है।
घटना के बाद स्थानीय लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखा गया, जिसके चलते कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कार्रवाई की और संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
घटना कैसे हुई?
रविवार देर रात को कुछ अज्ञात लोगों ने जयपुर के एक प्राचीन मंदिर में स्थापित वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया। सुबह जब स्थानीय लोग पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे, तो उन्होंने प्रतिमा को क्षतिग्रस्त अवस्था में पाया। देखते ही देखते यह खबर पूरे इलाके में फैल गई और सैकड़ों लोग मौके पर इकट्ठा हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, “यह किसी सुनियोजित साजिश का हिस्सा लग रहा है। हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई है। प्रशासन को तुरंत दोषियों को पकड़कर सख्त सजा देनी चाहिए।”
घटना की गंभीरता को देखते हुए जयपुर पुलिस ने त्वरित कदम उठाए
- CCTV फुटेज की जांच : पुलिस ने इलाके के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है ताकि दोषियों की पहचान की जा सके।
- संदिग्धों से पूछताछ : पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
- अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती : किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
- धारा 144 लागू : इलाके में धारा 144 लगा दी गई है, जिससे चार या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है।
- सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील : प्रशासन और स्थानीय नेताओं ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
स्थानीय लोगों और धार्मिक संगठनों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय लोगों और धार्मिक संगठनों में भारी नाराजगी देखने को मिली। कई संगठनों ने इसे “धार्मिक असहिष्णुता का कृत्य” बताते हुए प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
राजस्थान के एक धार्मिक नेता ने कहा, “यह सिर्फ एक मूर्ति तोड़ने का मामला नहीं है, बल्कि यह हमारी धार्मिक मान्यताओं और संस्कृति पर हमला है। अगर जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो हम बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे।”
वहीं, कुछ राजनीतिक दलों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधा। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए और कहा कि अगर प्रशासन ने पहले ही सतर्कता बरती होती, तो ऐसी घटना नहीं होती।
राजनीतिक बयानबाजी और सरकार की प्रतिक्रिया
राजस्थान की सरकार ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि “यह कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की एक साजिश हो सकती है। हम दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ेंगे और उन पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।”
राज्य के गृह मंत्री ने कहा, “हमने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
वहीं, विपक्षी पार्टियों ने इस घटना को लेकर सरकार की लचर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “राज्य में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। जनता को न्याय मिलना चाहिए।”