Car-Bike Tire : आजकल कहीं भी आने-जाने के लिए लोग पर्सनल वाहन (Personal Vehicle) का इस्तेमाल कर रहे हैं। फिर चाहे वह कार हो या बाइक।
दोनों में एक बात कॉमन (Common) है और वो है टायर। किसी भी वाहन के सुरक्षित सफर के लिए उसके टायर (Tire) महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अगर टायर नए हैं तो कोई दिक्कत नहीं आती, लेकिन Tire पुराने, घिसे-पिटे या कटे हुए हैं तो ये कभी भी हादसा हो सकता है।
आजकल वाहनों में 2 तरह के Tire आ रहे हैं। ट्यूब वाले टायर या दूसरे ट्यूबलेस टायर (Tubeless Tire)।
जैसा ही हम जानते हैं ट्यूब टायरों में अंदर एक रबर का Tube होता है, जिसके अंदर हवा भरी जाती है।
पंक्चर होने पर Tube निकालकर सुधार दिया जाता और टायर चलने लगता है। वहीं Tubeless Tire में ट्यूब नहीं होता है।
इसमें हवा सीधे Tire में ही भरी जाती है। यह सीधे गाड़ी की रिम से जुड़ा होता है। आज दोनों तरह के टायरों के फायदे और नुकसान के बारे में बता रहे हैं।
1. Tube Tire में अगर हवा कम होती है तो अंदर ट्यूब और टायर के बीच घर्षण बढ़ जाता है। घर्षण की वजह से टायर का रोलिंग रेजिस्टेंस भी बढ़ जाता है, जिसकी वजह से वाहन ज्यादा ऊर्जा की खपत करने लगता है। वहीं Tubeless Tire में घर्षण नहीं होता है। इसमें रोलिंग रेजिस्टेंस की समस्या नहीं है। टायर का कितना हिस्सा जमीन से टकराता है वह रोलिंग रेजिस्टेंस (Rolling Resistance) कहलाता है।
2. Tube Tire में हवा कम होने पर अंदर घर्षण बढ़ जाता है, जिसकी वजह से हीट जनरेट होती है। हीट जनरेट होती है तो टायर गर्म हो जाता है। इसकी वजह से ट्यूब टायर की Life कम हो जाती है। वहीं Tubeless Tire में हवा कम होने पर घर्षण नहीं होता है। इसी लाइफ ट्यूब वाले टायर के मुकाबले ज्यादा रहती है।
3. Tubeless Tire सीधे रिम से जुड़ा हुआ होता है। इसलिए वाहन को Speed पर चलाने पर ज्यादा स्टेबिलिटी (Stability) और बेहतर हैंडलिंग (Handling) देखने को मिलती है। वहीं ट्यूब टायरों में प्रेशर ट्यूब में भरा होता है। इसकी वजह से ज्यादा लोड लेकर High Speed पर चलने से स्टेबिलिटी और हैंडलिंग की दिक्कत रहती है।
4. Tubeless Tire हल्के रहते हैं। इसलिए इंजन को टायर घुमाने के लिए कम ताकत लगाने की जरूरत पड़ती है। इसलिए कह सकते हैं कि Tubeless Tire वाली गाड़ियों में थोड़ा बेहतर माइलेज मिल जाता है। वहीं ट्यूब टायर मुकाबले में ज्यादा भारी रहते हैं। इसलिए इनमें थोड़ा माइलेज कम हो जाता है।
5. Tubeless Tire अगर पंचर हो जाए तो एयर (Air) बहुत धीरे-धीरे निकलती है। ऐसे में गाड़ी को सही जगह लेकर जाने का समय मिल जाता है। गाड़ी को चला भी सकते हैं, क्योंकि ट्यूब खराब होने का डर नहीं रहता है। वहीं Tube Tire अगर पंचर हो जाएं तो तुरंत हवा निकल जाती है। जिससे गाड़ी को चलाया नहीं जा सकता है।