लंदन: द ओवल में पहले वनडे में कप्तान रोहित शर्मा और शिखर धवन (Captain Rohit Sharma and Shikhar Dhawan) की सलामी जोड़ी ने आसानी से 111 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया था।
लेकिन लॉर्डस में दूसरे वनडे मैच (One Day Match) में भारतीय शीर्ष क्रम को 247 रनों का पीछा करते हुए अंग्रेजी परिस्थितियों में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
पिच से इंग्लैंड के गेंदबाजों को मदद मिलने के साथ रीस टॉपली (Reece Topley) ने भारतीय शीर्ष क्रम को उखाड़ कर रख दिया।
टॉपली और डेविड विली ने अपने शानदार गेंदबाजी से दबाव बनाया। वहीं, ऋषभ पंत को ब्रायडन कार्स ने बिना खाता खोले ही चलता किया, जबकि विली ने विराट कोहली को बटलर के हाथों कैच आउट करा दिया।
12.2 ओवर में 31/4 से भारत ने लक्ष्य का पीछा करने की कोशिश की। लेकिन कोई भी बल्लेबाज पीछा करने में असफल रहे और मेजबान टीम को 100 रनों की जीत मिली।
मैच समाप्त होने के बाद शर्मा ने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल और 2019 वनडे विश्व कप सेमीफाइनल का हवाला देते हुए बल्लेबाजों को अपनी मानसिकता बदलने और भविष्य में गुरुवार की तरह हार से बचने के लिए सकारात्मक सोचने (Think Positive) की मांग की।
शर्मा ने बल्लेबाजों के आक्रामक रवैये के बारे में बताया, कुछ ऐसा जो वे जून में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के बाद से टी20 में कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, मुझे ऐसा लगता है, हां आप चेज कर सकते हैं। जब तक आप अच्छा नहीं सोचेंगे, तब तक यह करना मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि हम कई मौके पर 20 या 30 रनों के अंदर 3-4 विकेट गंवाते आए हैं।
उन्होंने आगे कहा, लेकिन ऐसी स्थिति में जहां हम चाहते हैं कि ये खिलाड़ी मैच को आगे बढ़ाएं और देखें कि क्या वे टीम के लक्ष्य को देखने के बजाय अपने खेल के बारे में कुछ अलग सीख सकते हैं।
इंग्लैंड ने अपने शीर्ष छह को केवल 150 रन पर गंवा दिया
मुझे लगता है कि अगर वे टीम को उस स्थिति से बाहर निकाल सकते हैं, तो इससे उनका आत्मविश्वास (Self-confidence) बढ़ेगा।
उन्होंने आगे कहा, तो यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में हमने निश्चित रूप से बात की है। लेकिन यह उस विशेष क्षण में भी प्रत्येक व्यक्ति पर निर्भर करता है कि ऐसे संकट में प्रबंधन की भूमिका ज्यादा होती है और उन्हें खुलकर खेलने और उन्हें दिखाने की जरूरत है।
इंग्लैंड ने अपने शीर्ष छह को केवल 150 रन पर गंवा दिया। लेकिन मोईन अली और डेविड विली ने सातवें विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी कर टीम के स्कोर को 246 पर पहुंचा।
इसके विपरीत, भारत की थोड़ी बहुत साझेदारी आठवें विकेट के लिए हुई और जल्दी समाप्त हो गई। शर्मा ने महसूस किया कि निचले क्रम (Lower Order) के रन भारत के लिए सुधार का एक संभावित क्षेत्र है।
उन्होंने कहा, हमें इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि कैसे अपनी बल्लेबाजी सुधारें, क्योंकि खेल की स्थिति कैसी भी हो, अगर आप खुद का समर्थन करते हैं, तो आपको रन मिलेंगे। हम इंग्लैंड से सीख सकते हैं कि उन्होंने पांच विकेट खोने के बाद कैसे बल्लेबाजी की।