Trishul Mark Hand : हस्तरेखा विज्ञान (Palmistry) में हमारी हथेली की रेखाओं पर कई निशान होते हैं, जो शुभ अशुभ होते हैं। इसमें जीवनरेखा (Lifeline) का बहुत अहम रोल भी होता है, अगर जीवनरेखा टूटी हो, तो वह व्यक्ति के मृत्यु का सूचक माना जाता है।
लेकिन अगर मंगल रेखा उस स्थान पर हो, तो फिर मृत्यु की संभावना नहीं रहती है। वहीं हम अपनी हथेली की रेखाओं (Palm Lines) से भाग्य से लेकर भविष्य तक सबकुछ जान सकते हैं।
अब इन्ही में एक त्रिशूल का निशान भी है, क्या आपकी हथेली पर त्रिशूल का निशान (Trident Sign) बनता है। अगर हां, तो ये लेख आपके लिए ही है, तो आइए आज हम आपको अपने इस लेख में हाथ में त्रिशूल बनने का मतलब क्या होता है।
जानें हथेली पर त्रिशूल का मतलब
जिन लोगों की हथेली पर त्रिशूल (Trishul on Palm) का निशान बनता है, ऐसे लोग बहुत कम ही होते हैं। अब ये त्रिशूल का निशान किस जगह पर है, यह जानना बेहद जरूरी है। त्रिशूल हथेली पर दो तरीके की बनते दिखती है।
एक त्रिशूल ऊपर की तरफ यानी कि अंगुलियों की दिशा में हो दूसरी नीचे की तरफ जाता हुआ त्रिशूल। ऐसा कहा जाता है कि ऊपर की दिशा की तरफ बना त्रिशूल बहुत सकारात्मक धनवान साबित होता है, जबकि नीचे की तरफ बना त्रिशूल नकारात्मक (Negative) कम प्रभावशाली वाला माना जाता है।
किनके-हाथ में बना होता है त्रिशूल
जब रेखा से टूटकर कोई शाखा चंद्र पर्वत पर पहुंचे, तो ऐसे लोग बहुत भाग्यशाली माने जाते हैं। वहीं मंगल पर्वत पर त्रिशूल का निशान बताता है कि व्यक्ति के जीवन में पैसों की कमी नहीं है।
जबकि नीचले मंगल पर्वत पर ऐसा निशान बताता है कि व्यक्ति Athlete बनेगा या फिर पुलिस अधिकारी बनेगा। वहीं हेडलाइन (Headline) पर त्रिशूल का निशान बताता है कि व्यक्ति करियर में कितना सफल है। यह भी बताता है कि बुध से व्यक्ति को बिजनेस में कितनी तरक्की मिलती है।
हथेली के चंद्रपर्वत का निशान
अगर आपकी हथेली के चंद्र पर्वत पर त्रिशूल का निशान है, तो ऐसे लोग बहुत कल्पनाशील रचनात्मक (Imaginative Creative) होते हैं। ऐसे शख्स स्वभाव से बहुत रोमांटिक भी होते हैं।