लाइफस्टाइल डेस्क: इजैक्यूलेशन के दौरान पुरुषों में पेशाब के रास्ते निकलने वाले सफेद लसलसे तरल द्रव को वीर्य (Semen) कहा जाता है, जो प्रोस्टेट ग्लैंड और पुरुषों के अन्य प्रजनन अंगों से sperm और तरल पदार्थ से बनता है।
वीर्य वैसे तो गाढ़ा, सफेद रंग का होता है। लेकिन कई स्थितियों में इसके रंग और क्वालिटी में बदलाव हो सकता है।
वीर्य का पतला होना शुक्राणुओं की कमी का लक्षण है, जिससे प्रजनन क्षमता पर भी असर पड़ता है। हेल्दी सेक्स SEX लाइफ के लिए वीर्य की क्वालिटी और शुक्राणुओं की संख्या बढ़ना बहुत जरूरी है।
आराम करना है जरूरी
सोने के दौरान हमारे शरीर की कई महत्वपूर्ण क्रियाएं संपन्न होती हैं, जिनमें वीर्य का निर्माण भी शामिल है। अगर आप वीर्य की मात्रा को बढ़ाना चाहते हैं तो पर्याप्त आराम करें और 8 घंटे की नींद अवश्य लें।
तनाव से रहें दूर
तनाव सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है। अगर आपको चिंता रहती है तो आपके शरीर में वीर्य उत्पन्न करने वाले हार्मोन में कमी होने लगती है। तनाव से रहने के लिए मेडिटेशन, योग और एक्सरसाइज करना जरूरी है।
फॉलिक एसिड सप्लीमेंट का करें सेवन
वीर्य की मात्रा बढ़ाने में फोलिक एसिड बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी पूर्ति के लिए हरी सब्जियों, फलों, नारंगी और अनाज का सेवन करें।
विटामिन डी और कैल्शियम
विटामिन डी और कैल्शियम वीर्य के पतलेपन की समस्या को दूर करने में मददगार होते हैं। विटामिन डी और कैल्शियम की कमी के लिए आप सप्लीमेंट ले सकते हैं। लेकिन धूप लेने से विटामिन डी मिलता है।
इसके अलावा केला, टोंड मिल्क, दही आदि का सेवन करने से कैल्शियम और विटामिन डी की कमी पूरी होती है।
एंटीऑक्सीडेंट युक्त पदार्थों का सेवन
शरीर के लिए एंटी ऑक्सीडेंट युक्त पदार्थ बहुत जरूरी होते हैं जिससे कोशिकाओं को क्षति पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स नष्ट हो जाते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट से वीर्य संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं, जिससे वीर्य की संख्या बढ़ती है।
इसके लिए आप अश्वगंधा, जिनसेंग, ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर पंपकिन सीड्स, गोजी बेरीज का प्रयोग कर सकते हैं।