मेदिनीनगर: Jharkhand Education Project (झारखंड शिक्षा परियोजना) के योजनानुसार नयी शिक्षा नीति-2020 (New Education Policy) को लागू करने को लेकर दीनदयाल उपाध्याय स्मृति भवन (Deendayal Upadhyay Memorial Bhawan) में बुधवार को जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया।
सम्मेलन का उद्घाटन उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे (Anjaneyulu Dodde) , जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी शैलेश कुमार और जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
ग़रीबी से लड़ने में शिक्षा ही कारगर हथियार है
अध्यक्षता और विषय प्रवेश DEO अनिल कुमार चौधरी ने किया जबकि संचालन शिक्षक परशुराम तिवारी ने किया।
सम्मेलन में उपस्थित 225 मुखिया को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि नयी शिक्षा नीति के लागू होने से समाज में बेहतर बदलाव होंगे।
उन्होंने कहा कि आप सब भेदभाव और जातपात के बिना पंचायत में सरकारी योजनाओं (Government Schemes) को लागू करें।
यह सुनिश्चित करें कोई भी बच्चा शिक्षा (Education) से वंचित नहीं रहे। ग़रीबी (Poverty) से लड़ने में शिक्षा ही कारगर हथियार है।
उप निर्वाचन पदाधिकारी शैलेश कुमार ने कहा कि मुखिया के रूप में आप सब शिक्षा के क्षेत्र में नेतृत्व प्रदान करें और प्रगति के वाहक बनें।
श्रवण राम ने सकारात्मक पहल करने का संकल्प व्यक्त किया
जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार चौधरी ने कहा कि शिक्षक समुदाय व पंचायत प्रतिनिधियों के सामूहिक भागीदारी से नयी शिक्षा नीति को फलीभूत किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि मुखिया इसे लागू करने के अभियान के अहम कड़ी होंगे। APO अशोक रजक,उदय कुमार सिंह व जान मुथु ने पी.पी.टी.के माध्यम से शिक्षा अधिकार,समग्र शिक्षा व नयी शिक्षा नीति पर बिन्दुवार जानकारी देते हुए मुखिया के दायित्वों को स्पष्ट किया। मुखिया संघ के जिला सचिव राजेंद्र पाण्डेय व महामंत्री श्रवण राम ने सकारात्मक पहल करने का संकल्प व्यक्त किया।
सम्मेलन को सफल बनाने में सहायक अभियंता दिलीप सिंह,सहायक राजीव चौबे,विकास दूबे,सुधीर कुमार, प्रेमचंद कुमार,अनिल ठाकुर,विनोद तिवारी,विजय शुक्ला,जावेद अख्तर, वीरेंद्र तिवारी व रामसरेख पाण्डेय (Ramsrekh Pandey) ने सक्रिय भूमिका निभायी।