पटना: Bihar (बिहार) में सत्ता परिवर्तन के साथ ही सरकार ने शराब (Liquor) के खिलाफ सख्ती की कार्रवाई का तरीका भी बदल दिया है।
माना जा रहा है कि नई सरकार में नए-नए मंत्री नए-नए तरकीब को अपनाकर इस पर सख्ती करने की योजना (Policy) बना रहे हैं। ऐसे में सरकार ने अब निर्णय लिया है कि वह अब पीने वालों से ज्यादा इसकी सप्लाई (Supply) करने वालों पर सख्ती से निबटेगी।
एक दिन पहले ही CM नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया है। बहरहाल, बिहार में सरकार शराब (Liquor) पर पाबंदी के लिए लाख जतन कर रही है, लेकिन इसे पीने और इसकी सप्लाई करने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है।
पीने वालों की ऐसी व्यवस्था है कि वे होमडिलीवरी (Home delivery) करवाकर इसका आनंद ले रहे हैं और सरकार की सख्ती को ठेंगा भी दिखा रहे हैं।
न्यायिक दंडाधिकारी के माध्यम से ही इस उद्देश्य को पूरा किया
मुख्य सचिव ने कहा कि CM नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि नाजायज शराब (Liquor) की आपूर्ति और बिक्री के खिलाफ चल रहे अभियान को और भी सघन बनाया जाये।
इसकी सप्लाइ (Supply) करने वाले राज्य के अंदर और बाहर के लोगों को पकड़ने में तेजी लायी जाये। इसका भंडारण और बिक्री करने वालों को ही पकड़ा जाये।
पीने वालों की अपेक्षा ऐसे लोगों को न सिर्फ पकड़ा जाये, बल्कि उनको कोर्ट (Court) से सजा दिलाने का काम भी हो। एक अप्रैल से लागू संशोधित कानून के तहत कार्यपालक दंडाधिकारियों को जुर्माना (Fine) लेकर छोड़ने का अधिकार दिये जाने संबंधित सवाल पर मुख्य सचिव ने कहा कि कानून का उद्देश्य पूरा हो रहा है।
कार्यपालक दंडाधिकारी की जगह न्यायिक दंडाधिकारी के माध्यम से ही इस उद्देश्य को पूरा किया जा रहा है।
इतने लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
मद्यनिषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग (Prohibition Excise & Registration Department) के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कहा कि शराबबंदी को बेहतर ढंग से लागू करने के लिए बीते त्योहारी महीने अक्तूबर में ही 20 हजार से अधिक लोग गिरफ्तार (Arrest) किये गये। इनमें आम से लेकर खास लोग शामिल रहे।
दोबारा शराब पीकर पकड़े जाने वालों को भी सजा हो रही है। पीने वालों की अपेक्षा राज्य के बाहर बैठे माफियाओं पर भी फोकस किया जा रहा है।
दियारा इलाके में शराब नष्ट करने को लेकर ड्रोन जैसे आधुनिक यंत्रों का सहारा लिया गया। उन्होंने कहा कि जनवरी 2022 में प्रतिदिन 300 लोग गिरफ्तार (Arrest) होते थे, जिनकी संख्या अब बढ़ कर 1200 हो गयी है। अगले तीन महीने में यह संख्या 1500 तक बढ़ सकती है. लेकिन, एक पीक प्वाइंट के बादगिरफ्तारी (Arrest) से लेकर शिकायत करने और पीने वालों में कमी आयेगी।
इस पर हो रही कार्रवाई
IG (मद्यनिषेध) अमृत राज ने कहा कि बिहार पुलिस शराब की सप्लाइ चेन (Supply Chain) को तोड़ने का पूरा प्रयास कर रही है। इसके तहत बाहर से शराब मंगाने वाले बिहार के धंधेबाजों से संबंधित कई केस को इकाई देख रही है। इनके द्वारा कई रिसीवर्स की पहचान की गयी।
पुलिस ने पिछले एक साल में बिहार के अंदर दूसरे राज्यों से सप्लाइ करने वाले 90 लोगों को पकड़ा है। सप्लाइ चेन और रिसीवर से जुड़े 60 हजार लोग पकड़े गये।
होम डिलिवरी (Home Delivary) करने वालों को लेकर भी अभियान चलाया जा रहा है। कई बड़े माफियाओं को सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल 9Speedy Trail) चलाया जा रहा है।
बता दें कि बिहार में आज भी शराब (Liquor) का सेवन करने और उससे उत्पन्न होने वाले विवाद के चलते लोगों की आज भी हत्याएं (Murder) हो जा रही हैं।
हालांकि जिस समय बिहार में खुलेआम शराब बिकती थी, उस समय तो राह चलते लोगों की हत्या (Murder) कर दी जाती थी। वाहन चलाते हुए शराब (Liquor) का सेवन आम बात थी। अब देखना होगा कि सरकार ऐसे लोगों पर कितनी सख्ती कर सकती है।